कोरोना वायरस: ओडिशा में कोविड-19 से संदिग्ध विदेशी नागरिक अस्पताल से भागा
कोरोना वायरस का संदिग्ध रोगी आयरलैंड का नागरिक बृहस्पतिवार को यहां के एक अस्पताल से फरार हो गया. तलाश किए जाने पर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक होटल में उसका पता चला, जिसके बाद उसे वहां पृथक रखा गया है. उसके साथ संपर्क में आने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी पृथक रखा गया है. कोरोना वायरस के मामलों में प्रोटोकॉल के मुताबिक उन्हें 14 दिनों तक आवश्यक रूप से अलग रखा जाएगा. विदेशी नागरिक बृहस्पतिवार की रात को एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से फरार हो गया जिसके बाद मंगलाबाग थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.
कटक. कोरोना वायरस का संदिग्ध रोगी आयरलैंड का नागरिक बृहस्पतिवार को यहां के एक अस्पताल से फरार हो गया. तलाश किए जाने पर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक होटल में उसका पता चला, जिसके बाद उसे वहां पृथक रखा गया है. उसके साथ संपर्क में आने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी पृथक रखा गया है. कोरोना वायरस के मामलों में प्रोटोकॉल के मुताबिक उन्हें 14 दिनों तक आवश्यक रूप से अलग रखा जाएगा. विदेशी नागरिक बृहस्पतिवार की रात को एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से फरार हो गया जिसके बाद मंगलाबाग थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. वह 26 फरवरी से व्यावसायिक दौरे पर भारत आया हुआ था और भुवनेश्वर के होटल में रह रहा था. 37 वर्षीय व्यक्ति को दो दिनों से बुखार था और उसे जुकाम था जिसके बाद वह महानगर में कैपिटल अस्पताल में अपने सहयोगी के साथ जांच के लिए गया था.
कैपिटल अस्पताल के निदेशक डॉ. अशोक पटनायक ने कहा, ‘‘जब चिकित्सक ने उसे 14 दिनों तक अलग रहने की सलाह दी तो सहयोगी ने सुझाव दिया कि उसे एससीबी मेडिकल कॉलेज कटक भेजा जाए जहां बेहतर सुविधाएं हैं.’’अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद बिना किसी के साथ दोनों एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे. यह भी पढ़े-कोरोना वायरस का असर: सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र, कहा- निपटने के लिए उठाए प्रभावी कदम
अस्पताल के आपातकालीन अधिकारी डॉ. बी एन महराना ने कहा, ‘‘वहां पहुंचने पर जब सहायक को पता चला कि उसे भी पृथक वार्ड में भर्ती किया जाएगा तो दोनों वहां से फरार हो गए.’’मामला पुलिस के संज्ञान में लाए जाने पर अलर्ट घोषित किया गया.
कैपिटल अस्पताल के अधिकारी भी चिंतित हो गए क्योंकि उन्होंने दोनों को बिना किसी के साथ कटक जाने दिया. उन्होंने उनकी तलाश शुरू कर दी और उनका पता भुवनेश्वर के होटल में चला.