ओडिशा: बलांगीर (Balangir) की एक 3-वर्षीय बच्ची एक जन्मजात विसंगति से पीड़ित है, जहां उसके दोनों हाथों की 2 उंगलियां आपस में जुड़ी हुई है, उन पर 3 उंगलियां असामान्य रूप से बढ़ रही हैं. बच्ची के पिता का कहना है कि हमने इस बात पर ध्यान तब दिया जब वो डेढ़ साल की थी. हम बहुत गरीब हैं, हमें आशा है कि सरकार हमारी मदद करेगी. टिटिलागढ़ (Titilagarh) उप-मंडल चिकित्सा अधिकारी (Sub-Divisional Medical Officer), का कहना है कि इसे सर्जरी के जरिए ठीक किया जा सकता है. बलांगीर मेडिकल कॉलेज सर्जरी कर सकता है. यह भी पढ़ें: ओडिशा: 20 पैर और 12 हाथ की उंगलियों के साथ जन्मी महिला को लोगों ने बताया चुड़ैल, घर में किया कैद
अगर वित्तीय मदद की जरूरत है, तो परिवार सीएम राहत कोष से इसका लाभ उठा सकता है. अगर उनके पास BKKY (बीजू कृषक कल्याण योजना) कार्ड है तो उससे भी मदद मिल सकती है.
पढ़ें ट्वीट:
Sub-Divisional Medical Officer, Titilagarh: It can be cured through surgery. Medical college in Balangir can do surgery. If financial help is needed, the family can avail it from CM Relief Fund. If they have a BKKY (Biju Krushak Kalyan Yojana) card then that can help too. #Odisha https://t.co/qq7VOmCxRF pic.twitter.com/8tMSqLnCFF
— ANI (@ANI) February 5, 2020
Congenital Anomaly को जन्म दोष, जन्मजात विकार या जन्मजात विकृतियों के रूप में भी जाना जाता है. जन्मजात विसंगतियों को संरचनात्मक या कार्यात्मक विसंगतियों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जो गर्भाशय में भ्रूण के बढ़ने के दौरान या बच्चे के जन्म के समय या कभी कभी बचपन में ही इनका पता लगता है.