शनिवार की सुबह ओडिशा के ढेंकनाल जिले के कमलंगा गांव में करंट के संपर्क में आने से सात हाथियों की मौत हो गई. गांव के लोगों ने सुबह नहर में हाथियों के शवों को देखा. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार हाथियों की मौत बिजली के तार के सम्पर्क में आने से हुई है. वहीं वन विभाग के अधिकारी सुचना के उपरांत मृत हाथियों की मौत के जांच पड़ताल में जुट गये हैं.
भारत में तेजी से हाथियों की संख्या में गिरावट हो रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह इनका अवैध शिकार है. कुछ लोग इनका हाथी दांत के लिए अवैध शिकार कर रहे हैं. हाथी दांत की विदेशी बाजार में काफी मांग रहती है. इसका ही फायदा उठाने के लिए शिकारी इनका धड़ल्ले से शिकार कर रहे हैं. इनके दातों का इस्तेमाल साज-सजावट की चीजों को बनाने से लेकर शक्ति वर्धक दवाओं में भी धड़ल्ले से हो रहा है.
#FLASH Seven elephants dead after being reportedly electrocuted when they came in contact with a live wire near Kamalanga village in Dhenkanal district of Odisha. pic.twitter.com/ZpsbL9n0Tl
— ANI (@ANI) October 27, 2018
आपको बता दें कि भारत में हाथियों की पिछली गणना वर्ष 2012 में संपन्न हुई थी, जिसमें हाथियों की संख्या 29,391 और 30,711 के मध्य आंकी गई थी. इनकी यह गिनती झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में की गई थी. जबकि साल 2007 में यह संख्या 27,657 से 27,682 तक थी. अगस्त 2017 में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हाथियों की कुल संख्या 27,312 दर्ज की गई. इसमें हाथियों की सर्वाधिक संख्या कर्नाटक में दर्ज की गई है, जहां इनकी संख्या 6049 थी. इसके बाद असम 5719 हाथियों के बाद दूसरे और केरल जहां 3054 हाथी मिले तीसरे स्थान पर रहा.