नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gangrape) और मर्डर मामले के दोषी फांसी की सजा से बचने के लिए सभी हथकंडे अपना रहे है. इसी कड़ी में अब चार दोषियों में से एक पवन गुप्ता (Pawan Gupta) ने नया दांव चलते हुए अपने कानूनी सलाहकार से जेल में मिलने से इंकार कर दिया है. इससे पहल एक दोषी विनय शर्मा ने तिहाड़ जेल में अपनी कोठरी में दीवार पर सिर पटक कर खुद को घायल कर लिया था.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक मौत की सजा पाने वालों में से एक पवन गुप्ता ने जेल में अपने कानूनी सलाहकार रवि काजी (Ravi Qazi) से मिलने से इनकार कर दिया है. हाल ही में जारी किये गए डेथ वारंट के बाद से पवन गुप्ता के पास नए क़ानूनी विकल्प बचे हुए है. हालाँकि उसने अब तक लंबित कानूनी उपायों के दाखिल काने के संबंध में कुछ नहीं कहा है. निर्भया गैंगरेप केस: DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बोली-जिन्होंने घिनौना अपराध किया उन्हें वकील बचा लेते हैं, क्या जो मर गई उसका कोई मानवाधिकार नहीं था?
Nirbhaya case: One of the death row convicts Pawan Gupta has refused to meet his legal aid counsel Ravi Qazi, in jail.
No communication regarding the filing of pending legal remedies available to Pawan Gupta after the fresh death warrant
— ANI (@ANI) February 22, 2020
दरअसल पवन ऐसा इसलिए कर रहा है, जिससे वह अंत समय में फांसी टालने के लिए कानूनी उपायों का सहारा ले सके. इससे पहले गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया केस के दोषी विनय शर्मा की याचिका पर तिहाड़ जेल के अधिकारियों से जवाब मांगा है. इसमें विनय ने अपनी तथाकथित मानसिक बीमारी शिजोफ्रेनिया और सिर तथा हाथ की चोट के बेहतर उपचार का आग्रह किया है. निर्भया केस: फांसी टालने के लिए विनय शर्मा का एक और दांव, इस बार खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा
उल्लेखनीय है कि निचली अदालत ने 17 फरवरी को चारों दोषियों-मुकेश कुमार सिंह, पवन गुप्ता, विनय और अक्षय कुमार के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी कर उन्हें आगामी तीन मार्च को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाने का फैसला सुनाया. कोर्ट ने तीसरी बार चारों दोषियों के लिए डेथ वारंट जारी किया है.