
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रेप को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है. अशोक गहलोत ने रेप के बाद पीड़िता की हत्या के लिए फांसी की सजा को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा है कि निर्भया कांड के बाद रेप के लिए फांसी की सजा तय किए जाने किए जाने से यह ट्रेंड बढ़ गया है. सीएम गहलोत की किरकिरी और अधिक इसलिए हो रही है क्यों कि वह निर्भया का नाम भी भूल गए और 2-3 बार अभया केस बोल गए. आसपास बैठे लोगों ने उन्हें निर्भया का नाम याद दिलाया.
उनके इस बयान को लेकर अब विपक्ष उनपर हमलावर हो गया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र एस शेखावत ने कहा, "अशोक गहलोत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. पिछले 3 साल में राजस्थान युवा मासूम बच्चियों पर हो रहे अत्याचारों का केंद्र बना है. अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विवादित बयान देकर विषय बदलने वालों का इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता."
Due to the law on the hanging of culprits after the Nirbhaya case, the incidents of murder after rape have increased. This is a dangerous trend being seen in the country: Rajasthan CM and Congress leader Ashok Gehlot in Delhi (05.08) pic.twitter.com/gkjUwFGhra
— ANI (@ANI) August 7, 2022
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा है. शहजाद ने कहा, 'गहलोत ने बलात्कारियों को नहीं सख्त दुष्कर्म कानूनों को दोषी ठहराया! उन्होंने कहा- निर्भया के बाद कानून सख्त होने से रेप से संबंधित हत्याएं बढ़ीं! ऐसा पहला बयान नहीं! उन्होंने यह भी कहा है कि बलात्कार के ज्यादातर मामले फर्जी हैं! उनके मंत्री ने कहा मुर्दों का प्रदेश है इसलिए बलात्कार होते हैं.'