नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में एक घर से लाखों के जेवर चुराने वाला एक चोर इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए अपने कई वीडियो के कारण पुलिस की गिरफ्त में आ गया. इस 29 वर्षीय आरोपी की पहचान संजीव उर्फ शिवा के रूप में हुई है. पिछले महीने पश्चिमी दिल्ली के एक घर में चोरी के बाद वह भारत यात्रा पर चला गया था. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उसने अपनी यात्रा के लिए चोरी के आभूषणों पर कर्ज भी लिया था.
पुलिस ने चोरी का सामान खरीदने वाले अब्दुल मलिक, उर्फ निजाम को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि 11 जुलाई को उत्तम नगर में चोरी की घटना हुई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसके घर से लाखों रुपये के सोने के जेवर चोरी हो गए. Atiq-Ashraf Murder: अतीक और अशरफ हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट सख्त, योगी सरकार से मांगी 2017 से हुए तमाम एनकाउंटर की रिपोर्ट
जांच के दौरान पुलिस ने इलाके के साथ-साथ आसपास के सीसीटीवी फुटेज का भी विश्लेषण किया. इसमें संजीव को शिकायतकर्ता के घर से जल्दबाजी में निकलते देखा गया. इसके बाद संजीव को तकनीकी निगरानी में रखा गया, जिससे पता चला कि संदिग्ध के मोबाइल नंबर का आखिरी लोकेशन हरिद्वार में था.
“संदिग्ध पकड़े जाने से बचने के लिए लंबे समय तक अपना मोबाइल फोन बंद रखता था. पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम हर्ष वर्धन ने कहा, संदिग्ध के कॉल डाटा रिकॉर्ड के विश्लेषण से पता चला कि अपराध करने के तुरंत बाद, वह जीवन पार्क स्थित कैपरी लोन नामक एक गोल्ड लोन आउटलेट पर गया था.
डीसीपी ने कहा, "पुलिस को कैपरी लोन से पता चला कि संजीव ने दो सोने की अंगूठियां गिरवी रखी थीं और उनके बदले ऋण के रूप में 20,000 रुपये नकद लिए थे." हालांकि, आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपना स्थान बदलता रहा.
डीसीपी ने कहा, "जब आरोपी केरल के कप्पम पहुंचा, तो उसने इंस्टाग्राम पर अपनी यात्रा का वीडियो पोस्ट किया और यह दावा करके टीम को गुमराह करने का प्रयास किया कि वह काम के लिए दुबई जा रहा है."
डीसीपी ने कहा, “कई समन्वित प्रयास करने के बाद, टीम अंततः तब सफल हुई जब उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें बताया गया कि वह आगरा में था. वीडियो का गहन विश्लेषण किया गया और चूंकि उसने आगरा में ईदगाह रोड के लिए ई-रिक्शा लिया, इसलिए सुराग काम आया. पुलिस की एक टीम आगरा पहुंची, ईदगाह रोड पर कई होटलों की तलाशी ली और सात-आठ होटलों की जांच करने के बाद आखिरकार संदिग्ध को पकड़ लिया.”
पूछताछ में संजीव ने बताया कि उसने बाकी आभूषण सहारनपुर में एक व्यक्ति को बेच दिए हैं. इसके बाद छापेमारी की गई और मलिक को पकड़ लिया गया. उसकी निशानदेही पर चोरी के आभूषण भी बरामद कर लिए गए.