बेंगलुरू, 15 मई: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचंड जनादेश के बाद कांग्रेस, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सिद्दारमैया और डी.के.शिवकुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद के खुले दावों के बाद इसे अंतिम रूप देने में जुटी है. एआईसीसी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सिद्दारमैया ने एक सुझाव दिया है कि वह शिवकुमार के साथ मुख्यमंत्री पद साझा करने के इच्छुक हैं. यह भी पढ़ें: Karnataka: मल्लिकार्जुन खरगेको रिपोर्ट सौंपेंगे कांग्रेस के पर्यवेक्षक
हालांकि, सूत्रों के अनुसार, सिद्दारमैया पहला कार्यकाल चाहते हैं. वह पहले दो वर्षों के बाद शेष कार्यकाल के लिए शिवकुमार को पद छोड़ देंगे. सिद्दारमैया और शिवकुमार क्रमश: कुर्बा और वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। दोनों को समायोजित करने के लिए कांग्रेस आलाकमान प्रयासरत है.
कांग्रेस आलाकमान के सोमवार को ही इस फैसले को अंतिम रूप देने की संभावना है और पहले कार्यकाल के लिए सिद्दारमैया के मुख्यमंत्री बनने की प्रबल संभावना है. पार्टी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि शिवकुमार भी इस व्यवस्था के लिए राजी होंगे, लेकिन उन्होंने पार्टी आलाकमान को स्पष्ट रूप से सूचित कर दिया है कि उन्हें गृह मंत्रालय के पद के साथ एकल उपमुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए.
कर्नाटक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, लगभग 70 प्रतिशत निर्वाचित विधायकों ने मुख्यमंत्री के रूप में सिद्दारमैया का समर्थन किया है. एआईसीसी पर्यवेक्षक महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया से परामर्श के बाद एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अंतिम निर्णय की घोषणा की जाएगी.
एआईसीसी अध्यक्ष खड़गे सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ-साथ एआईसीसी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल और कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं.