Sharad Pawar Denied Z+ Security: आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले गृह मंत्रालय ने NCP (SP) चीफ शरद पवार को खतरा होने की आशंका को देखते हुए Z+ सुरक्षा देने का ऐलान किया था. जिसमें सीआरपीएफ के 55 कमांडोज उनकी सुरक्षा में तैनात किए जाने थे. लेकिन किन शरद पवार ने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने कहा है कि वह पहले यह जांच करेंगे कि उनके खिलाफ किस प्रकार का थ्रेट परसेप्शन है, और उसके बाद ही वह सुरक्षा लेने पर विचार करेंगे. उन्होंने इस संबंध में गृह मंत्रालय के कुछ अधिकारियों से जानकारी भी मांगी है.
वहीं इससे पहले शरद पवार ने चुटकी लेते हुए कहा, था कि ‘‘ चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए यह मेरे बारे में प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का जरिया हो सकता है.’’पवार की ‘जेड प्लस’ सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55 सशस्त्र कर्मियों को नियुक्त किया गया है. वीआईपी सुरक्षा का वर्गीकरण ‘जेड प्लस’ (सर्वोच्च) से शुरू होता है, उसके बाद ‘जेड’, ‘वाई प्लस’, ‘वाई’ और ‘एक्स’ आते हैं. यह भी पढ़े: Z Plus security: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को मिली जेड प्लस सिक्योरिटी
शरद पवार ने जेड प्लस सुरक्षा लेने से किया इनकार!
दरअसल शरद पवार ने सुरक्षा लेने से इनकार करने के लिए पीछे उन्होंने हवाला दिया हैं कि जेड प्लस लेने से निजी जीवन में लोगों से मिलना जुलना नहीं हो पाता है. इसके साथ ही उनके कहीं आने जानें या घर पर भी लोगों से मिलने जुलने में दिक्कत होती है. ऐसे में उन्होंने गृह मंत्रालय से कहा कि उन्हें अपने निजी जीवन को लेकर जेड प्लस की सुरक्षा नहीं चाहिए. हालांकि उन्होंने पूरी तरफ से जेड प्लस लेने से इनकार नही किया है. उनकी तरफ से कहा गया है कि वह पहले यह जांच करेंगे कि उनके खिलाफ किस प्रकार का थ्रेट परसेप्शन है, और उसके बाद ही वह सुरक्षा लेने पर विचार करेंगे.
(इनपुट भाषा)