नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) बुधवार से दिल्ली में शुरू हो रहे तीन दिवसीय नेवल कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (Naval Commanders Conference) के पहले दिन सम्मेलन को संबोधित करेंगे. तीन दिवसीय सम्मलेन में नौसेना प्रमुख के नेतृत्व में सभी कमांडर्स हिंद महासागर में भारतीय नौसेना की ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करेंगे. यह डिपोर्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (डीएमए) बनाये जाने और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) पद सृजित किये जाने के बाद नौसेना कमांडरों का होने वाला पहला सम्मेलन है.
नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल (Vivek Madhwal) के अनुसार "यह सम्मेलन देश की उत्तरी सीमाओं (लद्दाख में चीन से सटी सीमाओं) पर चल रही परिस्थितियों और कोविड-महामारी के चलते विशेष महत्व रखता है. क्योंकि इस सम्मेलन में नौसेना की टॉप लीडरशिप ऑपरेशन्स करने के तरीके, अपने एसैट्स (यानि युद्धपोत, सबमरीन इत्यादि) के रखरखाव, नए युद्धपोतों के अधिग्रहण, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मानव संसाधन जैसे प्रमुख मुद्दों पर एक मंच पर विचार किया जाएगा." यह भी पढ़े: India-China Standoff: चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा- भारत गलवान झड़प की पूरी जांच करे और जवाबदेह ठहराए
Defence Minister Rajnath Singh to address the opening session of the Naval Commanders Conference tomorrow. The conference would focus on discussing ways to optimise joint planning structures, Tri-Service Synergy, and operational readiness of the Indian Navy. (file pic) pic.twitter.com/tfEs1WpQFJ
— ANI (@ANI) August 18, 2020
ख़बरों के अनुसार तीन दिवसीय सम्मेलन में नौसेना की तीनों कमान (विशाखापटट्नम स्थित पूर्वी कमान, मुंबई स्थित पश्चिमी कमान और कोच्चि स्थित दक्षिणी कमान) के कमांडर्स सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. नौसेना की यह तीन दिवसीय सम्मलेन सुरक्षा के लिहाजा से बड़ा अहम माना जा रहा है. (इनपुट भाषा)