वाशिंगटन, 22 मार्च : नासा ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए छोटे आकार का एक सैटेलाइट लॉन्च किया. इसका उद्देश्य ब्रह्मांडीय विस्फोटों के रहस्यों को उजागर करना है. सैटेलाइट बर्स्टक्यूब स्पेसएक्स के 30वें कमर्शियल पुनःआपूर्ति सर्विस मिशन पर परिक्रमा लैब के रास्ते में है. इसने फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 से 21 मार्च (गुरुवार) को स्थानीय समय के अनुसार शाम 4:55 बजे उड़ान भरी.
नासा ने कहा, ''आईएसएस पर पहुंचने के बाद बर्स्टक्यूब को अनपैक किया जाएगा और बाद में कक्षा में छोड़ दिया जाएगा, जहां यह उच्च-ऊर्जा प्रकाश की संक्षिप्त गामा-किरण विस्फोटों का पता लगाएगा और उनका अध्ययन करेगा.'' यह भी पढ़ें : अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन के लिए भाजपा ने आप पर साधा निशाना
अमेरिका के मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में बर्स्टक्यूब के मुख्य इन्वेस्टिगेटर जेरेमी पर्किन्स ने कहा, ''बर्स्टक्यूब छोटा हो सकता है. पर यह इन चरम घटनाओं की जांच के अलावा, नई तकनीक का परीक्षण कर रहा है और शुरुआती कैरियर खगोलविदों और एयरोस्पेस इंजीनियरों के लिए महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान कर रहा है."
बर्स्टक्यूब 50 हजार से 1 मिलियन इलेक्ट्रॉन वोल्ट तक की ऊर्जा वाली गामा किरणों का पता लगा सकता है. वर्तमान गामा-किरण मिशन आकाश का लगभग 70 प्रतिशत भाग ही पकड़ पाते हैं. लेकिन बर्स्टक्यूब के साथ गुरुत्वाकर्षण तरंग का पता लगाने के साथ संयोग से अधिक विस्फोटों का पता लगाया जा सकता है.