पटना, 20 जुलाई : केंद्रीय कपड़ा उद्योग मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने देश के करीब सभी प्रदेशों में मतदाता सूची में बड़े पैमाने में योजनाबद्ध तरीके से गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने की आवश्यकता बताई है. गिरिराज सिंह ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में हिन्दू मतदाता वोट करने से वंचित रह गए. उनके नाम काट दिए गए थे. बड़े पैमाने पर हिन्दू मतदाता का मतदाता सूची में ही नाम के आगे 'डिलीट' लिख दिया गया. मतदाता पहचान पत्र रहने के बाद भी मतदाता सूची में नाम नहीं था. जबकि दूसरी तरफ मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाता सूची में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गयी है.
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि यह कोई एक प्रदेश का मामला नहीं है. विधानसभा फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का गहन पुनरीक्षण 2002 के बाद नहीं हुआ है. उन्होंने बेगूसराय संसदीय और झारखंड के राजमहल विधानसभा को एक मॉडल के रूप में पत्रकारों को उपलब्ध कराते हुए कहा कि राजमहल के एक बूथ में 2019 में 672 मतदाता थे, जबकि 2024 में इस बूथ पर 1461 मतदाता हो गए और एक बूथ को दो बूथ में बदल दिया गया. यह भी पढ़ें : Haryana: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने आप- कांग्रेस को बताया एक ही थाली का चट्टा- बट्टा
सिंह ने इसे 'वोट जिहाद' और 'बूथ जेहाद' बताते हुए कहा कि यह केवल दो प्रदेशों का मामला नहीं है, यह सभी प्रदेशों में हो रहा है. उन्होंने कहा कि वे बिहार में इसको लेकर सभी बूथों का एक सर्वे करवा रहे हैं जिसकी रिपोर्ट भी आने लगी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग और सभी राज्यों के निर्वाचन आयोग 2014 से लेकर 2024 तक के सभी बूथों पर मतदाताओं की बढ़ी संख्या का तुलनात्मक अध्ययन करे तो स्थिति साफ हो जाएगी.