
वाशिम, 20 मार्च : महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा पर राजनीतिक दलों के नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया सामने आ रही है. महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने नागपुर हिंसा को लेकर बयान दिया है.
अनिल देशमुख ने मीडिया से बात करते हुए नागपुर हिंसा में देशद्रोह के मामले दर्ज होने की बात पर कहा कि यह घटना सरकार के मंत्रियों और उनकी संस्थाओं के बयानों से उत्पन्न हुई, जिसने वातावरण को खराब किया. फिर भी, नागपुर की जनता ने सूझबूझ दिखाई और मामले को बढ़ने से रोका. पुलिस दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी. यह भी पढ़ें : परिसीमन के विषय पर नारे लिखी टी-शर्ट पहनकर लोकसभा पहुंचे द्रमुक सदस्य, कार्यवाही बाधित
दिशा सालियान मामले में दायर याचिका के बारे में अनिल देशमुख ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी चाहिए थी, और संबंधित पत्र आज उनके पास पहुंचेगा. इसे पढ़ने के बाद उस पर पूरी बात करूंगा. मुझे यह मामला राजकीय षड्यंत्र का हिस्सा लगता है.
याचिका में किशोरी पेडनेकर पर लगे आरोपों के बारे में उन्होंने कहा कि इसकी जांच के लिए 2022 में एसआईटी गठित की गई थी. एसआईटी में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने मामले की जांच की. औरंगजेब की कब्र विवाद पर उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र जैसे विषयों को उठाकर जनता के असल सवालों को दबाने की कोशिश की जा रही है. पूजा सालियान मामले में एसआईटी की जांच पर उन्होंने कहा कि यह जनता को समझ में आएगा कि एसआईटी ने क्या किया.