कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ लड़ाई के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के तीसरे चरण का आज आखिरी दिन है, बावजूद इसके न तो कोरोना का कहर थमने का नाम ले रहा है और न ही प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला रूक रहा है. बीते 24 मार्च को पीएम मोदी द्वारा पहली बार लॉकडाउन की घोषणा किए जाने के बाद से ही प्रवासी मजदूरों के पैदल चलकर अपने घरों की ओर जाने का सिलसिला जारी है. सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special Trains) और बसों (Buses) की व्यवस्था किए जाने के बावजूद सैकड़ों मजदूरों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है और निराश होकर वे पैदल चलकर ही अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं. कुछ लोग साइकिल, रिक्शा और ट्रकों में सवार होकर अपने घर तक का सफर करने को मजबूर हैं.
देश के विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. महाराष्ट्र से भी भारी संख्या में मजदूर पलायन कर रहे हैं. रविवार को नागपुर (Nagpur) से भारी संख्या में प्रवासी मजदूर (Migrant Workers) ट्रकों में सवार होकर अपने गृह राज्यों के लिए निकले. एक मजदूर का कहना है कि लॉकडाउन की शुरूआत के बाद से ही हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हम हर समय मास्क पहनते हैं, लेकिन ट्रकों में इस तरह से यात्रा करते समय सामाजिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है. यह भी पढ़ें: दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में उमड़ी प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़, औरैया हादसे के बाद श्रमिकों के लिए यूपी सरकार ने दिए बसों की व्यवस्था करने के आदेश
ट्रकों से घरों के लिए निकले प्रवासी मजदूर
Nagpur: Migrant workers continue to travel by trucks to their home states. A labourer says, "Since the start of lockdown we have faced a number of problems. We wear masks all the time but maintaining social distancing is difficult while travelling like this".#Maharashtra pic.twitter.com/vs3WwyiMcJ
— ANI (@ANI) May 17, 2020
वहीं इलाहाबाद के एक मजदूर ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार की कही बातों पर कोई अमल नहीं कर रहा है. हमने ट्रेन के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन फॉर्म रिटर्न आ गया. जनसुनवाई ऐप पर भी गए, पर वहां से भी कोई जवाब नहीं मिला. जो ज्यादा पैसे दे रहा है उसे टिकट मिल रहे हैं. दलाली चल रही है. यह भी पढ़ें: पलायन जारी: सोलापुर से साइकिल पर सवार होकर यूपी के लिए निकले प्रवासी मजदूर पहुंचे नागपुर, बोले- हम क्वारेंटीन के लिए तैयार, बस हर हाल में पहुंचना है घर
नहीं मिल रही है कोई मदद
नागपुर,सरकार की कही बातों पर कोई अमल नहीं कर रहा है।हमने ट्रेन के लिए फॉर्म भी भरा था पर फॉर्म रिटर्न आ गया।'जनसुनवाई'एप पर भी गए पर वहां से भी कोई रिस्पांस नहीं मिला।पैसे लिए जा रहा हैं जो ज्यादा पैसे दे रहा है उसे टिकट मिल रही है,दलाली चल रही है: इलाहाबाद से प्रवासी मजदूर राकेश pic.twitter.com/meDFQYDcR6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2020
गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 4,987 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 90,927 हो गई है. अब तक इस महामारी की चपेट में आने से 2,872 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 34,108 मरीज इलाज के जरिए ठीक हो चुके हैं.