पटना: लोगों के स्वास्थ को लेकर सरकारें भले ही बड़े- बड़े दावा करें लेकिन हर बार उनके दावे खोखले साबित होते हैं. बिहार में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. अभी कुछ दिन पहले की बात है बिहार (Bihar) में आये बाढ़ के बाद पूरे राज्य में डेंगू का प्रकोप बढ़ गया था. काफी रोक-थाम के बाद लोगों को इस बीमारी से निजात मिली. लोग अभी इस बीमारी से उठ सके ही नहीं थे कि खबर है कि मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में लोग डेंगू (Dengue) की चपेट में आ गए हैं और जांच में करीब 144 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनका जिले की सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन (Civil Surgeon) डॉक्टर शैलेन्द्र प्रसाद सिंह (Dr. Shailesh Prasad Singh) की माने तो डेंगू को लेकर 144 लोगों का टेस्ट करवाया गया. जांच में सभी लोगों के टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं यह बीमारी राज्य के दूसरे अन्य जिलों में यह बीमारी फैल ना सके बिहार के 52 प्रमुख जगहों पर रोकथाम के लिए फोगिंग किये जा रहे हैं. यह भी पढ़े: बिहार में पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या, 18 चिकुनगुनिया और 43 जापानी इंसेलाइटिस के मिले मरीज
Dr. Shailesh Prasad Singh, Civil Surgeon, Muzaffarpur: 144 people have tested positive for Dengue in Muzaffarpur. Fogging for dengue prevention has been done at 52 locations in the city. #Bihar pic.twitter.com/qbmwmJA8ID
— ANI (@ANI) November 16, 2019
बता दें कि मुजफ्फरपुर में इस समय जहां लोग डेंगू की चपेट में हैं. वहीं कुछ महीने पहले की बात है. इस जिले में बच्चों को चमकी (एक्यूट एनसिफेलाइटिस सिंड्रोम) नाम का बुखार का फैला था. जिस बीमारी से कई बच्चों की मौत हो गई थी. दरअसल यह बीमारी मस्तिष्क में सूजन पैदा करती है और इसके लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, भ्रम की स्थिति, गर्दन में अकड़न और उल्टी शामिल है. जिसका सही समय पर इलाज न हो पाने पर मरीज की मौत हो जाती हैं. यह बीमारी ज्यादातर बच्चों को अपना शिकार बनती हैं. (इनपुट भाषा)