मुंबई, 23 नवंबर : मुंबई साइबर पुलिस ने एक अंतर-राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो कथित तौर पर कई प्रमुख कंपनियों की नकली ऑनलाइन जीवन बीमा पॉलिसी बेचने का काम कर रहे थे और बीमा के नाम पर लोगों को ठग रहे थे. एक अधिकारी ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी. ठगी का शिकार हुए एक व्यक्ति की शिकायत के अनुसार, जून 2020-मार्च 2021 के बीच लॉकडाउन अवधि के दौरान, बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि होने का दावा करने वाले कुछ व्यक्तियों ने उनसे संपर्क किया और उसे शानदार प्रस्तावों का लालच दिया.
धोखाधड़ी के जाल महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली राज्यों में फैले हुए हैं. आरोपी भारती एक्सा इंश्योरेंस के बानी सिंह और विजय मेहता और पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस के दीपक दुबे, स्नेहा और पूजा हैं. उन्होंने उसे एक ऑनलाइन पॉलिसी बेची और भारती एक्सा के कथित ईमेल से पॉलिसी दस्तावेज भेजे. उनको मेल यह दावा करते हुए भेजा गया कि वे हैदराबाद में आईआरडीए के अधिकृत प्रतिनिधि थे. ठगों ने शिकायतकर्ता को 71.87 लाख रुपये का लाभ, साथ ही 12 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण, आजीवन पेंशन की पेशकश की और उससे 18.98 लाख रुपये जमा करने के लिए मजबूर किया. यह भी पढ़ें : मायावती बोलीं, ‘सभी सुरक्षित सीटों के लिए बसपा की तैयारी तेज, 2007 की तरह आएंगे नतीजे’
ठगी महसूस करते हुए पीड़ित ने मुंबई साइबर पुलिस, उत्तर क्षेत्र से संपर्क किया, जिन्होंने मामले की जांच की. जांच में कम से कम पांच राज्यों - दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र में फैले बड़े घोटाले का खुलासा हुआ. मोबाइल कार्ड खुदरा विक्रेताओं के पास जमा किए गए अपने केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग करके वास्तविक ग्राहकों के नाम पर हासिल किए गए नकली सिम कार्ड का उपयोग किया. अब तक, पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के दो खातों को फ्रीज कर दिया है. साथ ही पांच मोबाइल फोन और कई नकली सिम कार्ड जब्त किए हैं. साइबर पुलिस को यह भी पता चला है कि कुछ आरोपियों के खिलाफ लखनऊ, यूपी और अन्य स्थानों पर भी इसी तरह के पुलिस मामले दर्ज हैं और इस तरह की नकली ऑनलाइन बीमा पॉलिसियों को बेचने वाले अन्य राज्यों में गिरोह की सांठगांठ का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.