मुंबई: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार को देश की जनता को संबोधित करते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. ऐसे में देश के अलग- अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों लगा था कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा. लेकिन लॉकडाउन बढ़ाएं जाने के बाद मुंबई में रहने वाले प्रवासी मजदूरों का मंगलवार को गुस्सा फूट पड़ा. जिसके बाद भारी संख्या में वे बांद्रा स्टेशन के बाहर अपने गांव जाने को लेकर जमा हो गए. प्रवासी मजदूरों का कहना था कि वे लॉकडाउन के चलते खाने के लिए भूखों मर रहे हैं. इसलिए अब वे अपनेगांव जाना चाहते हैं और प्रशासन उन्हें किसी तरह उनके गांव भेजे. वहीं लोगों की जाम भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने उनके उपर लाठीचार्ज किया.
आप इस वीडियो को देख सकते हैं. यह वीडियो बांद्रा स्टेशन के पास का हैं. जहां पर भारी संख्या में मजदूर अपने घर जाने को लेकर जमा हुए हैं. इनकी मांग है कि प्रशासन उन्हें किसी भी तरह उन्हें उनके घर भेजे नहीं तो वे इस लॉकडाउन के चलते यहां पर भूख की वजह से मर जाएंगे. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला, नहीं था कोई अन्य विकल्प: उद्धव
बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा भीड़:
More than Thousands of migrant labourers hurl at #Mumbai's Bandra station demanding a way back Netiv place. #Lockdown2#Coronaindia #CoronaInMaharashtra #CoronavirusOutbreakindia pic.twitter.com/luR1dKU6ef
— Manoj Pandey (@PManoj222) April 14, 2020
वहीं एएनआई न्यूज एजेंसी की तरफ से किए गए एक ट्वीट में भी देखा जा रहा है कि पुलिस लोगों को तितर वितर करने के लिए लोगों पर लाठी चार्ज कर रही हैं.
एएनआई ट्वीट:
Mumbai: A large group of migrant labourers gathered in Bandra, demanding for permission to return to their native states. They later dispersed after police and local leaders intervened and asked them to vacate. pic.twitter.com/uKdyUXzmnJ
— ANI (@ANI) April 14, 2020
मंत्री आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रया:
The current situation at Bandra Station, now dispersed or even the rioting in Surat is a result of the Union Govt not being able to take a call on arranging a way back home for migrant labour. They don’t want food or shelter, they want to go back home
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) April 14, 2020
बता दें कि लॉकडाउन के चलते मुंबई में बड़े पैमाने पर मजदूर फंसे हुए हैं. जिनको पिछले दो हफ्ते से हो रही खाने पीने की चीजों को लेकर उनका कहना है कि वे यहां पर खाने के एक-एक दाने के लिए तरस रहे हैं इसलिए प्रशासन उन्हें किसी तरह घर भेजे. ज्ञात हो कि इससे पहले लॉकडाउन-1 के ऐलान के बाद दिल्ली के आनंद विहार और उत्तर प्रदेश के कौशांबी बस अड्डे पर भी हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए थे. जिसके बाद लोगों को बस से उनके घर भेजा गया.