मुकेश अंबानी के हाथों से फिसला Asia's Richest Man का खिताब, 10 साल में रिलायंस को हुआ अब तक का सबसे बड़ा नुकसान
मुकेश अंबानी (Photo Credits: PTI)

रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन (Reliance Group Chairman) और उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के हाथों से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति (Asia's Richest Man) का खिताब छीन गया है. दरअसल, कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices) में आई 30 फीसदी की गिरावट के चलते वे इस लिस्ट में पीछे हो गए हैं. इसके साथ ही अब यह खिताब अलीबाबा के जैक मा (Alibaba's Jack Ma) के नाम हो गया है. कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का प्रभाव लगातार चिंता का विषय बना हुआ है. ब्लूमबर्ग ने बताया कि सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 10 साल में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है और 1,094.95 रुपए प्रति शेयर पर आ गई. मुकेश अंबानी को $ 5.8 बिलियन का नुकसान हुआ है.

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के अनुसार, अंबानी अब एशिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर आ गए हैं. $ 44.5 बिलियन की संपत्ति के साथ, जैक मा अब एशिया महाद्वीप के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. हालांकि कोरोना वायरस ने अलीबाबा के बिजनेस को प्रभावित किया है पर इसकी क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं की बढ़ती मांग और मोबाइल ऐप के कारण नुकसान कम हुआ है, लेकिन कच्चे तेल में आई तेज गिरावट के कारण अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) को नुकसान उठाना पड़ा, जिसकी वजह से रिलायंस के शेयरों की कीमतों में गिरावट आई है. यह भी पढ़ें: Forbes Rich List 2019: मुकेश अंबानी लगातार 12वें साल बने सबसे अमीर भारतीय, जानें उनकी प्रॉपर्टी और लिस्ट के बाकी नाम

बताया जा रहा है कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपीईसी) ने उत्पादन कटौती सौदे पर असहमति जताई, जिसके कारण कच्चे तेल की कीमतों में सोमवार को करीब 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. बता दें कि सऊदी अरब के रूख ने पहले से ही कीमतों के युद्ध की चिंताओं को बढ़ा दिया है. विश्लेषकों के अनुसार, 1991 के खाड़ी युद्ध के बाद से तेल बाजार में सोमवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई.

गौरतलब है कि भारतीय इक्विटी बाजार में सोमवार को बीएसई सेंसेक्स में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई. बीएसई 1,941 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था. विश्लेषकों ने कहा कि सोमवार को निवेशकों को करीब 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.