महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. COVID-19 से संक्रमित 6,93,398 मामलों और 22,465 मौतों के साथ महाराष्ट्र वायरस से सबसे प्रभावित राज्य है. राज्य में बढ़ते वायरस के प्रकोप को देखते हुए उद्धव ठाकरे की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने लोक सेवा परीक्षा ( Public Service Exams) को पोस्टपोन (Postponed) करने का फैसला लिया है. सीएमओ महाराष्ट्र के ट्वीट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य की सरकार ने महाराष्ट्र लोक सेवा की सभी परीक्षाओं को आगे बढ़ा दिया गया है. इससे जुड़ी पूरी जानकारी जल्दी ही सरकार द्वारा सभी दी जाएंगी. बता दें कि NEET और JEE परीक्षाओं को महाराष्ट्र की सरकार पोस्टपोन कराना चाहती है.
बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई जीएसटी समेत अन्य मुद्दों पर बुलाई गई गैर-बीजेपी (Non-BJP) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. सीएम उद्धव ठाकरे ने बैठक में कहा कि हमें फैसला करना चाहिए कि हमें केंद्र सरकार से डरना है या लड़ना है. महाराष्ट्र की सरकार फिलहाल NEET और JEE परीक्षाओं को न कराने की पक्ष में है. यह भी पढ़ें:- JEE and NEET Exam 2020: जेईई मैन और नीट की परीक्षा देने वाले छात्रों के प्रति राहुल गांधी ने जताई चिंता, कहा- सरकार निकाले इसका सही हल.
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा:-
कोविड परिस्थितीमुळे महाराष्ट्र लोकसेवा आयोगाच्या सर्व परीक्षा पुढे ढकलण्याचा निर्णय घेण्यात आला आहे. सुधारित वेळापत्रक पुढे जाहीर करण्यात येईल.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) August 26, 2020
गौरतलब हो कि राज्य की सरकार ने पहले ही कहा था कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण परीक्षा कराना ठीक नहीं होगा. वर्च्युल मीटिंग के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि, अगर हम जून में परीक्षा लेने की हालत में नहीं थे. तो अब कैसे हो सकते हैं. बता दें कि NEET और JEE परीक्षाओं को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी को एक साथ सुप्रीम कोर्ट चलने के लिए कहा है. ताकि NEET और JEE परीक्षा फिलहाल रोकी जा सके.