नई दिल्ली: कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) बुधवार को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और झारखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ (JEE) (मुख्य) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) (UG) परीक्षा के मुद्दों पर वर्चुअल बैठक हुई . बैठक के बाद NEET-JEE को लेकर 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मोदी सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया गया है. वहीं इस बैठक के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने NEET-JEE ने छात्रों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जाहिर करते हुए एक ट्वीट किया है.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा NEET-JEE के छात्रों की स्वास्थ्य और भविष्य को लेकर काफी चिंताएं हैं. उनके सामने कोरोना संकट, महामारी के बीच ट्रांसपोर्ट, असम और बिहार में बाढ़ जैसी समस्याएं हैं. ऐसे में सरकार उनकी बात सुने और उसका एक सही हल निकाले. हालांकि इसके पहले भी राहुल गांधी छात्रों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जाहिर करते हुए पीएम मोदी से मांग किया था कि यदि छात्र इस परीक्षा को कोरोना महामारी के बीच स्थगित करने की मांग कर रहे हैं तो प्रधानमंत्री को उनकी बात सुननी चाहिए. यह भी पढ़े: JEE and NEET Exam 2020: मोदी सरकार से Sonu Sood की मांग, कोरोना महामारी को देखते हुए नीट और जेईई परीक्षा स्थगित की जाए
NEET-JEE aspirants are worried about their health & future.
They have genuine concerns of:
- fear of Covid19 infection
- transport & lodging during pandemic
- flood-mayhem in Assam & Bihar.
GOI must listen to all stakeholders & find an acceptable solution.#AntiStudentModiGovt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2020
हालांकि NEET-JEE की परीक्षा स्थगित करने की मांग के बाद भी संस्थान मंगलवार को एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा गया कि जेईई (मुख्य) अप्रैल, 2020 की परीक्षा 1-6 सितंबर तक और नीट-यूजी की परीक्षा 13 सितंबर अपने पूर्ण निर्धारित तारीख पर ही आयोजित होगी
बता दें कि देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर सितंबर में जेईई (मुख्य) अप्रैल, 2020 और नीटपरीक्षा टालने की मांग की गई थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था. कोर्ट की तरफ से कहा गया था कि वायरस के प्रकोप के बावजूद जीवन गुजर रहा है और सितंबर में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के फैसले में दखल देकर वह छात्रों के करियर को खतरे में नहीं डाल सकता है.