भोपाल: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक चौंकाने वाली घटना में एक भाजपा विधायक के बेटे और उसके चार सहपाठियों ने दो नाबालिग बहनों को कथित तौर पर एक कमरेे में कैद कर लिया और दोनों का यौन उत्पीड़न किया. पुलिस के मुताबिक, एक बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जबकि दूसरी के साथ छेड़छाड़ की गई. एक पीड़िता ने आत्महत्या का भी प्रयास किया, हालांकि उसके परिवार के सदस्यों ने उसे समय पर बचा लिया. इस घटना से स्थानीय समुदाय में आक्रोश फैल गया और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
दतिया जिले के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि छोटी बहन, जिसकी उम्र 17 साल है, के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. Wife Swapping Case: पत्नी को शराब पिलाकर बोला- दोस्त के साथ सो जाओ, जबरदस्ती मॉडर्न कपड़े पहनाता था पति
घटना शुक्रवार को दतिया जिले के उन्नाव इलाके में हुई. 18 साल से कम उम्र के तीन आरोपियों पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत सामूहिक दुष्कर्म, गलत तरीके से कैद करना, छेड़छाड़ और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शर्मा ने कहा, “चार में से तीन आरोपियों को पूछताछ के लिए पहले ही हिरासत में लिया गया है. हम कथित सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का बयान दर्ज करने के लिए उसकी हालत में सुधार होने का इंतजार कर रहे हैं.“
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि हिरासत में लिए गए तीन लड़कों में से एक कथित तौर पर भाजपा विधायक का बेटा है. गौरतलब है कि दतिया मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का गृह जिला है और राज्य कांग्रेस इकाई ने उनके खिलाफ तीखा हमला बोला है.
कांग्रेस मीडिया सेल के सदस्य पीयूष बबले ने ट्वीट किया, "भाजपा नेताओं के नाम मध्य प्रदेश में सबसे जघन्य अपराधों से जुड़ रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि यह जघन्य अपराध राज्य के गृहमंत्री के गृह जिले में हुआ, जिन्होंने इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है."