Mother's Day Special: मां को कोरोना से बचाने के लिए बेटों ने किया कुछ ऐसा जो आपके दिल को छू जाएगा
Mother's Day Special (Photo Credits: Twitter)

वाराणसी: आज मदर्स डे (Mothers Day) है. मदर्स डे पर जहां लोग अपनी मां के साथ फोटो सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर करते हैं वहीं कुछ अपनी मां के लिए सब कुछ कर गुजरने के लिए तैयार हैं. हर कोई यही दुआ करता है कि उसके ऊपर उसकी मां का साया हमेशा बना रहे. मदर्स डे के मौके पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) से एक ऐसी खबर आई है कि जानकर आपका दिल खुश हो जाएगा. बनारस के दो भाइयों ने कोरोना (Coronavirus) से जूझ रही अपनी मां के लिए घर के कमरे को ही आईसीयू (ICU) में तब्दील कर किया और कोरोना को मात देकर अपनी मां की जिंदगी बचा ली.  UP: वाराणसी के सब्जी मंडी में उमड़ी भीड़, COVID नियमों को ताक पर रखकर की खरीददारी

वाराणसी के पांडेयपुर इलाके के रहने वाले भाइयों ने घर के कमरे को आईसीयू में बदल दिया और कोरोना के संक्रमण से अपनी मां की जिंदगी बचा ली और मदर्स डे पर अपनी माँ को एक नई जिंदगी दी. इस लड़के का नाम अखिलेश पांडे है, जो पेशे से डॉक्टर हैं. इनकी मां मंजूलता पांडे की करीब 20 दिन पहले कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. अस्पतालों की मारामारी और इलाज में लापरवाही को देखते हुए दोनों भाई हॉस्पिटल नहीं ले जाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने घर पर ही आईसीयू बेड तैयार कर लिया.

बता दें कि मां मंजूलता पांडे तकरीबन 20 दिन पहले कोरोना संक्रमित हो गईं थीं. शुरुआत में मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. लेकिन दोनों भाइयों ने हार नहीं मानीं. उनकी मेहनत रंग लाई. कुछ कोशिश के बाद मां के स्वास्थ्य में सुधार देखा गया. अब उनकी मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं.

कहते हैं मां का स्थान कोई नहीं ले सकता और काशी के इन बच्चों ने अपनी मां की जिंदगी बचाकर एक मिसाल पेश की है. मदर्स डे पर मां को जिंदगी का तोहफा देने वाले इन बच्चों की आज चर्चा है. सोशल मीडिया पर लोग उनकी मिशाल दे रहे है. शायद यही असली मातृत्व भाव है जो वाराणसी से संदेश के रूप में दिखाई दे रहा है. ये खबर लोगों के दिलों को छू लिया. लोग इन्हें आज का श्रवणकुमार भी कह रहे है.