Modi to Become PM for 3rd Term: 2024 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे नरेंद्र मोदी, ब्रिटिश कॉलम 'द गार्जियन' में दावा
PM Narendra Modi | PTI

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे. ये दावा है ब्रिटेन के दैनिक अखबार द गार्जियन का. तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद पीएम मोदी लोकसभा में भो हैट्रिक लगाएंगे और तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. ब्रिटेन के दैनिक अखबार द गार्जियन ने अपने लेख में दावा किया है कि केंद्र में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करने के बाद उनकी पॉपुलैरिटी और भी बढ़ेगी. PM Modi Viral Photos Of 2023: पूरी दुनिया में छा गई पीएम मोदी की ये तस्वीरें, आप भी देखें वो पल जब प्रधानमंत्री ने जीता दिल!

हन्ना एलिस-पीटरसन के कॉलम में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीनों प्रमुख राज्यों में जीत की ओर इशारा करते हुए कहा गया है कि इस जीत से लोकसभा चुनावों में बीजेपी को और अधिक ताकत और गति मिलेगी.

कॉलम में लिखा गया है कि तीन राज्यों में विधानसभा जीत के बाद, पीएम मोदी खुद यह भविष्यवाणी करने से पीछे नहीं हटे कि "इस हैट्रिक ने 2024 की जीत की गारंटी दी है." पीटरसन ने लिखा है कि भारत के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में राजनैतिक विश्लेषक भी यह मानने लगे हैं कि केंद्र में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय है.

पीएम मोदी की लोकप्रियता के आगे कोई नहीं 

रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी के हिंदू राष्ट्रवाद के एजेंडे के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पॉपुलैरिटी लगातार बढ़ रही है. वे देश की हिंदू आबादी के बीच बेहद लोकप्रिय हैं और दूसरी पार्टी का कोई नेता उनके आसपास भी नहीं है. उत्तर भारत के हिंदी बेल्ट में तो प्रधानमंत्री मोदी सर्वमान्य नेता के तौर पर स्थापित हो चुके हैं. जबसे 2014 में मोदी देश के पीएम बने हैं, तब से देश की हिंदू आबादी के बीच वे और अधिक लोकप्रिय होते जा रहे हैं.

विपक्ष नहीं है एकजुट

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, "मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तेलंगाना में विधानसभा चुनाव जीता, लेकिन कांग्रेस की कुल मिलाकर केवल तीन राज्यों में सत्ता में है और पार्टी अंदरूनी कलह से भरा हुई है. वहीं हाल ही में बना विपक्षी गठबंधन INDIA भी एकजुट नहीं. हालांकि उन्होंने बीजेपी से सामूहिक रूप से लड़ने की कसम खाई है, लेकिन गठबंधन कुल मिलकर मजबूत स्थिति में नहीं है. कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर यह 'विखंडित और कमजोर' दिखाई दे रही है.