पाक और चीन से सटी सीमा पर तैनात होंगे आकाश मिसाइल के दो और रेजिमेंट, मोदी सरकार आज लेगी फैसला
आकाश मिसाइल (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: सीमा पर ही दुश्मनों के नापाक मंसूबों को भेदने के लिए मोदी सरकार सोमवार को बड़ा फैसले ले सकती है. इसके तहत पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) से सटी सीमा पर दमदार आकाश मिसाइल (Akash Missile) की संख्या बढाई जा सकती है. साथ ही 15,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इसे तैनात किया जा सकता है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत आज 10,000 करोड़ रुपये के इस प्रस्ताव पर चर्चा कर सकते है. मंजूरी मिलने पर पाकिस्तान और चीन के साथ लगी पहाड़ी सीमाओं पर आकाश प्राइम या इससे बेहतर प्रदर्शन वाली अपग्रेडेड आकाश मिसाइल की दो रेजीमेंट को बढ़ाया जाएगा. मौजूदा समय में आकाश मिसाइल के दो रेजीमेंट सीमा पर तैनात है. जो दुश्मनों की किसी भी साजिश का पलक झपकते ही मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है.

रिपोर्ट्स की मानें तो आकाश प्राइम मिसाइलें सेना में पहले से मौजूद मिसाइल सिस्टम का अत्‍याधुनिक वर्जन है. आकाश मिसाइल प्रणाली डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने विकसित की है. यह अब तक बहुत सफल साबित हुई है.

इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) को पिछले महीन आकाश मिसाइल प्रणाली का 5 ,357 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया. बीईएल ने भारतीय वायुसेना के लिए आकाश मिसाइल प्रणाली के सात ड्रन खरीदने के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ करार किया. इसकी आपूर्ति तीन साल में की जाएगी.

उल्लेखनीय है कि डीआरडीओ ने इसी साल मई महीने में ओडिशा के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से आकाश-एमके-1ए मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो हवाई लक्ष्यों पर सटीक निशाना लगा सकती है. आकाश हथियार प्रणाली में कमांड संचालन और सक्रिय टर्मिनल संचालन दोनों का कॉम्बिनेशन है. इस विमानरोधी मिसाइल की मारक क्षमता 25 किलोमीटर तक है और यह अपने साथ 60 किलो तक आयुध ले जाने में सक्षम है.