महुआ मोइत्रा ने एथिक्स पैनल की बैठक के पुनर्निर्धारण पर उठाए सवाल
Mahua Moitra (Photo Credits: FB)

नई दिल्ली, 7 नवंबर : कथित रूप से 'संसदीय प्रश्नों के लिए पैसे' के आरोपों का सामना कर रही तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद के नामांकन की तारीख के टकराव के लिए बैठक को 9 नवंबर तक स्थगित करने के लिए संसद की आचार समिति पर कटाक्ष किया. उन्‍होंने कहा, भाजपा बहुमत के माध्यम से एक मसौदा रिपोर्ट तैयार करने के लिए उपस्थिति सुनिश्चित करने को अपने सहयोगियों को बुला रही है.

एक्स पर एक पोस्ट में, मोइत्रा ने कहा, "कोई मसौदा रिपोर्ट सामान्य रूप से प्रसारित नहीं की गई है, लेकिन इसे 9 नवंबर को "अपनाया" जाएगा. कांग्रेस सांसद के नामांकन की तारीख के साथ टकराव के कारण बैठक स्थगित कर दी गई ताकि वह नहीं आ सकें. भाजपा ने बहुमत के माध्यम से उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सहयोगियों को बुलाया. अडानी और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी कितने डरे हुए हैं.” तृणमूल कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी एथिक्स कमेटी की बैठक के बाद आई है, जो 7 नवंबर को होने वाली थी, जिसे 9 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी सांसद उत्तम कुमार रेड्डी बैठक के पुनर्निर्धारण पर अपना असहमति नोट भेजने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जो तेलंगाना में उनके नामांकन के साथ टकरा रहा है. यह भी पढ़ें : तेलंगाना चुनाव: मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कई सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल कर रही बीआरएस

मोइत्रा नैतिकता पैनल के विपक्षी सदस्यों के साथ 2 नवंबर को बैठक से बाहर चली गईं और समिति के अध्यक्ष पर उनसे "व्यक्तिगत और अनैतिक" सवाल पूछने का आरोप लगाया. उन्होंने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी पत्र लिखकर आरोप लगाया कि उनके खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों पर सुनवाई के दौरान आचार समिति के अध्यक्ष द्वारा उन्हें "कहावत वस्त्रहरण" का शिकार होना पड़ा. आचार समिति भाजपा सांसद दुबे के आरोपों की जांच कर रही है कि मोइत्रा ने व्यवसायी हीरानंदानी के कहने पर व्यवसायी गौतम अडानी पर लोकसभा में सवाल पूछने के लिए नकद और लाभ लिया. 26 अक्टूबर को, दुबे और वकील देहाद्राई ने मोइत्रा के खिलाफ पैनल को "मौखिक साक्ष्य" दिए.