नई दिल्ली, 31 अक्टूबर : तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा समेत कई विपक्षी नेताओं ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र उनके मोबाइल फोन को निशाना बना रहा है. एक्स पर पोस्ट में, मोइत्रा ने कहा, "एप्पल से मुझे संदेश और ईमेल प्राप्त हुआ, इसमें मुझे चेतावनी दी गई है कि सरकार मेरे फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है." उन्होंने शिवसेना सांसद प्रियंका चतुवेर्दिया को भी टैग किया और कहा, 'प्रियंका चतुवेर्दी, आपको, मुझे और तीन अन्य भारतीयों को अब तक यह मिल चुका है.'
सोमवार रात को शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी को इसे हरी झंडी दिखानी थी. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "आश्चर्य है कौन? आपको शर्म आनी चाहिए. सीसी: गृह मंत्री का कार्यालय आपके ध्यान के लिए." एक अन्य पोस्ट में उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों को टैग करते हुए कहा, "कृपया ध्यान दें अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर." खेड़ा, जो सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य हैं, भी आगे आए और कहा, "प्रिय मोदी सरकार, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं?" उन्होंने संदेश का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया. यह भी पढ़ें : Mahua Moitra Defamation Case: महुआ मोइत्रा द्वारा दायर मानहानि मामले पर सुनवाई से पहले निशिकांत दुबे बोले, न्यायालय पर है भरोसा
ईमेल का शीर्षक "अलर्ट: राज्य-प्रायोजित हमलावर आपके आईफोन को निशाना बना सकते हैं. आप कौन हैं या आप क्या करते हैं, इसके आधार पर ये हमलावर संभवतः आपको व्यक्तिगत रूप से निशाना बना रहे हैं. यदि आपके उपकरण के साथ किसी राज्य-प्रायोजित हमलावर ने छेड़छाड़ की है, तो वे आपके संवेदनशील डेटा, संचार, या यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक दूरस्थ रूप से पहुंचने में सक्षम हो सकते हैं. चेतावनी मेल में लिखा है, "हालांकि यह संभव है कि यह एक गलत अलार्म है, कृपया इस चेतावनी को गंभीरता से लें." यह घटनाक्रम मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई के खिलाफ संसद के सवालों के लिए कथित नकदी के मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद मोइत्रा द्वारा दायर मानहानि के मुकदमे की सुनवाई से पहले आया है.
उन्हें एथिक्स कमेटी ने दो नवंबर को अपने सामने पेश होने के लिए कहा है. मोइत्रा को सबसे पहले एथिक्स कमेटी ने 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा था. पहले समन के बाद, उन्होंने एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर को एक पत्र भेजकर कहा कि वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम समाप्त होने के बाद 5 नवंबर के बाद किसी भी तारीख को पेश होंगी. आचार समिति भाजपा सांसद दुबे के आरोपों की जांच कर रही है कि मोइत्रा ने व्यवसायी हीरानंदानी के कहने पर व्यवसायी गौतम अदाणी पर लोकसभा में सवाल पूछने के लिए नकद और लाभ लिया. गुरुवार को दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई ने मोइत्रा के खिलाफ पैनल को "मौखिक साक्ष्य" दिए.