महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एनडीआरएफ (NDRF) ने एक बार फिर तलाशी अभियान जारी है. वहीं डैम टूटने की वजह से हुई तबाही में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. हादसे के बाद अबतक 20 लोगों का शव बरामद किया गया है. वहीं तीन लोग अब भी लापता है, जिनकी तलाश की जा रही है. मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह तेज बारिश हुई थी. जिसके कारण भेंडेवाड़ी गांव के निकट का यह बांध टूट गया था. इसके बाद कम से कम सात गांवों में बाढ़ आ गई, भेंडेवाड़ी में दर्जनभर घर बह गए, जिनमें 14 परिवार रह रहे थे.
वहीं सूबे के जल संरक्षण मंत्री ने दावा किया था कि तिवेर बांध में पिछले 15 सालों से पानी संरक्षित हो रहा है, लेकिन इसके पहले इसमें कोई दरार नहीं आई थी. सावंत ने कहा था, बांध साल 2004 में बना था और तब से इसमें कोई दरार नहीं आई.. हालांकि, बांध में केकड़ों की बड़ी समस्या है और इसी कारण से बांध में दरार आई है. जिसके बाद विपक्ष ने सूबे की सरकार को पर जमकर हमला किया और इस बयान को लेकर बीजेपी-सेना की सरकार की जमकर किरकिरी भी हुई.
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Maharashtra: Search operation at #TiwareDam in Ratnagiri, by NDRF, enters seventh day. So far 20 bodies have been recovered, 3 are still missing. pic.twitter.com/egdrHuG9eC
— ANI (@ANI) July 9, 2019
गौरतलब हो कि यह बांध साल 2000 में बना था और भडकवाड़ ने कहा कि इसकी क्षमता 2,452 टीएमसी थी. स्थानीय लोगों का दावा है कि उन्होंने दो साल पहले जिला प्रशासन को इसमें पानी रिसने की सूचना दी थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद मूसलाधार बारिश होने के कारण यह बांध टूट गया.