मुंबई: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में हुए दो फाड़ के बाद अभी सियासी सरगर्मी शांत नहीं हुई है. 2 जुलाई को विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार पाला बदलकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए. इसके बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. अजित पवार के साथ छगन भुजबल, धनंजय मुंडे समेत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. इस घटनाक्रम को अब तक 10 दिन गुजर गए हैं लेकिन मंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार और उनके साथियों के हाथ अभी खाली ही हैं. इन नेताओं को मंत्री पद तो मिल गया लेकिन कोई विभाग नहीं मिल सका है. शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- बागी नेता लौट आते हैं तो मुझे कोई समस्या नहीं है.
महाराष्ट्र में अजित पवार और उनके साथियों को कौन सा विभाग दिया जाए इस मुद्दे पर बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी (अजित गुट) में मंथन का दौर जारी है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन 10 दिन के बाद भी कोई निषकर्ष नहीं निकला है. इस बीच खबर यह भी आ रही है कि सीएम एकनाथ शिंदे कैबिनेट विस्तार के बाद ही विभागों के बंटवारे की घोषणा पर अड़े हैं.
अजित पवार को चाहिए अहम विभाग
अजित और उनके साथ शपथ लेने वाले मंत्रियों को कौन से विभाग दिए जाएं? इसे लेकर फैसला नहीं लिया जा सका है. इसी बीच अब अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने दिल्ली का रुख किया है. बताया जा रहा है कि वे यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. अजित पवार अपनी पार्टी के नेताओं के लिए अहम पोर्टफोलियो मांग रहे हैं.
NCP को मिल सकते हैं चार मंत्री पद
महाराष्ट्र में कुल 42 मंत्री पद हैं. इनमें से 14 अभी खाली हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अजित पवार गुट को चार मंत्री पद दिए जा सकते हैं. जबकि बीजेपी और शिंदे गुट को 5-5 मंत्री पद मिलेंगे. खबरें यह भी आ रही हैं कि अजित पवार वित्त, ऊर्जा, आवास और जल विभाग मांग रहे हैं. वहीं, एकनाथ शिंदे किसी भी शिवसेना के मौजूदा मंत्री को हटाने या विभाग बदलने के मूड में नहीं हैं.