COVID-19 संकट के कारण भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ने संक्रमण के एक और चरण को रोकने के लिए चार राज्यों के यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. गोवा, दिल्ली-एनसीआर, गुजरात और राजस्थान से आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर नकारात्मक परीक्षण रिपोर्ट आवश्यक है. फ्लाईट और ट्रेन दोनों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है. नकारात्मक प्रमाणपत्र लाने में विफल होने पर हवाई यात्रियों को हवाई अड्डों पर COVID-19 परीक्षण से गुजरना होगा. आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट के बिना पाए गए रेलवे यात्रियों के लक्षणों के लिए जांच की जाएगी. यह भी पढ़ें: Maharashtra Coronavirus Update: दिल्ली के बाद महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू, 5,760 नए केस पाए जाने के बाद पीड़ितों की संख्या 17 लाख के पार, अब तक 46,573 मौतें
यात्रियों में यदि परिक्षण सकारात्मक पाया जाता है, तो हवाई यात्रियों को COVID देखभाल केंद्रों में भेजा जाएगा. साथ ही रेल यात्री जिनके पास आरटी-पीसीआर नकारात्मक प्रमाण पत्र नहीं हैं उनमें कोविड-19 लक्षणों की जांच की जाएगी, यदि लक्षण पाया जाता है, तो उन्हें क्वारेंटाईन कर दिया जाएगा.
देखें ट्वीट:
People travelling from Delhi, Rajasthan, Gujarat and Goa to carry RT-PCR negative test report: Maharashtra Government#COVID19 pic.twitter.com/17Wr5DECKD
— ANI (@ANI) November 23, 2020
ट्रेन या फ्लाइट में सवार होने के 72 से 96 घंटों के भीतर आरटी-पीसीआर परीक्षण किए जाने आवश्यक हैं. भारत के कई राज्यों ने सभी आने वाले यात्रियों के लिए RTV-19R या रैपिड एंटीजन रिपोर्ट प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया है, जिससे पता चलता है कि वे COVID-19 नेगेटिव हैं. पिछले कुछ महीनों में कई प्रांतों में नियमों में ढील दी गई थी, जो मुख्यतः आर्थिक हब हैं.
यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा से पहले, महाराष्ट्र सरकार ने संकेत दिया था कि वे 30 नवंबर के बाद दिल्ली से आने वाले यात्रियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर सकते हैं. राज्य सरकार, अगले 10 दिनों में लॉकडाउन को फिर से शुरू कर सकती है. डिप्टी सीएम अजीत पवार ने रविवार को कहा.