मुंबई: देश के प्रमुख राज्यों में सबसे ज्यादा कोरोना महामारी की चपेट में महाराष्ट्र है. मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 2127 नये मामले आने के साथ कुल पीड़ितों की संख्या बढ़कर 37,136 हो गई. जबकि 76 लोगों की इस महामारी के चलते जान भी गई. जिसमें सिर्फ 43 मरीज मुंबई के थे. इस तरह इस महामारी से महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,325 हो गई है. कोविड- 19 के चलते राज्य में बिगड़ते हालात देख राज्य सरकार (State Govt) अस्पतालों में खाली पड़े करीब 17000 पदों पर जल्द ही डॉक्टर दूसरे अन्य स्टॉफ की भर्ती की जायेगी.
महाराष्ट्र स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, कि स्वास्थ विभाग में खाली पड़े करीब 17000 पदों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों की जल्द ही भर्ती की जायेगी. ताकि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते मरीजों के इलाज में स्टॉफ की कमी ना पड़ें और अस्पताल आने वाले मरीजों का इलाज किया जा सके. वहीं कोरोना टेस्ट को लेकर टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में 67 टेस्टिंग लैब में हर रोज करीब 15000 कोविड-19 के मरीजों के टेस्ट किए जा रहे हैं.महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या में सबसे बड़ी उछाल, मुंबई में 24 घंटे में 1571 नए मरीज मिलने से चिंता बढ़ी
अस्पतालों में खाली पड़े पदों को लेकर सरकार की घोषणा:
Maharashtra is doing around 15000 tests (for COVID-19) everyday in 67 testing labs. Death rate in Maharashtra has also come down to 3.2% now: Maharashtra Health Minister Rajesh Tope https://t.co/RS4NzLTPrY
— ANI (@ANI) May 19, 2020
स्वास्थ मंत्री टोपे ने कहा कि राज्य सरकार कम खर्च पर कोरोना वायरस के इलाज के लिए राज्य के सभी निजी अस्पतालों के 80% बेड नियंत्रण में लेने की योजना बना रही है. ताकि कोविड-19 के मरीजों के इलाज किया जा सके. टोपे ने यह भी बताया कि सरकार के लिए राहत भरी बात है कि आज कोविड-19 महामारी को मात देकर 1202 मरीजों को ठीक होने के बाद उन्हें घर जाने के लिए छुट्टी दे दी गई है. इस तरफ महाराष्ट्र में कोरोना से ठीक होने वालों का रिकवरी रेट 25% से अधिक पहुंच चुका हैं.