Ganesh Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के मौके पर महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government ) ने बड़ा फैसला लिया है. महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे को देखते हुए फैसला लिया है कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के मौके पर कम से कम भीड़ इकट्ठा हो. जिससे कोरोना की रोकथाम हो सके.
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि भीड़ भरे इलाकों में जाने से बचे. वहीं गणेश मंडलों से कहा है कि गणेश मंडलों और आयोजकों से कहा है कि वे लोगों को ऑनलाइन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था करने को कहा है.
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Maharashtra Government prohibits public from visiting Ganesh mandals on Ganesh Chaturthi, asks mandal organisers to make darshan available online or through other electronic means
— ANI (@ANI) September 8, 2021
वहीं बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शुक्रवार से शुरू हो रहे गणेश उत्सव के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत सार्वजनिक पंडालों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा समारोह के दौरान जुलूस में भाग लेने वालों की संख्या को भी सीमित कर दिया गया है.
बीएमसी ने मंगलवार को यह नये दिशा-निर्देश जारी किए, जिसके मुताबिक सार्वजनिक पंडालों में मूर्ति लाने और विसर्जन के लिए ले जाते समय 10 से अधिक लोग मौजूद नहीं होंगे. घर में मूर्ति लाने और विसर्जन के लिए ले जाते समय अधिकतम पांच लोग ही मौजूद रहेंगे. नये दिशा-निर्देशों के मुताबिक सभी श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा और शारीरिक दूरी का पालन करना होगा.
इसके अलावा उत्सव के दौरान जुलूस में भाग लेने वालों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक लेनी होगी और दूसरी खुराक लिए हुए 15 दिन से अधिक समय होना चाहिए. कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में वृद्धि और महामारी की तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर, बीएमसी ने सार्वजनिक गणपति पंडालों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है और नागरिकों से त्योहार सादगी से मनाने की अपील भी की है.