मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन के दौरान अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ कड़ा मोलभाव करने के संकेत देते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह वक्त सत्ता बंटवारे के लिए ‘‘50:50’’ फॉर्मूले को लागू करने का है. महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों में से भाजपा 101 सीटों पर जीती या आगे चल रही है तथा शिवसेना 57 सीटों पर जीती या आगे चल रही है. दोनों पार्टियां आसानी से सरकार बना सकती है जबकि भाजपा अपने दम पर बहुमत के करीब पहुंचने के अपने लक्ष्य से दूर दिखाई दे रही है जिससे शिवसेना की स्थिति मजबूत हो गयी है. पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि कौन-सी पार्टी को मुख्यमंत्री पद मिलेगा, इस पर ठाकरे ने कहा, ‘‘यह वक्त भाजपा को उस फॉर्मूले की याद दिलाने का है जिस पर हम तब राजी हुए थे जब भाजपा प्रमुख अमित शाह मेरे घर आए थे...हम गठबंधन के लिए 50:50 फॉर्मूले पर पहुंचे थे.’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘हम भाजपा के मुकाबले कम सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत हुए लेकिन हर बार भाजपा के लिए गुंजाइश नहीं बनायी जा सकती। मेरी पार्टी को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए.’’शिवसेना प्रमुख ने कहा कि वह अपनी पार्टी और भाजपा नेताओं के साथ नतीजों पर चर्चा करेंगे तथा गठबंधन के अगली सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने से पहले शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से सत्ता बंटवारे के फॉर्मूले पर पहुंचेंगे. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र/हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 नतीजे: बीजेपी-शिवसेना सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर, हरियाणा किसी को बहुमत नहीं
जनादेश को ‘‘कई लोगों की आंखे खोलने वाला’’ बताते हुए ठाकरे ने कहा कि राज्य के लोगों ने लोकतंत्र को जिंदा रखा. उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस-राकांपा के चुनावों में उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अब कोई भी ईवीएम पर सवाल नहीं उठाएगा.’’