कोरोना संकट के बीच उद्धव सरकार का बड़ा ऐलान, गरीबी रेखा के ऊपर के लोगों को इस दर से दो महीने मिलेगा अनाज
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Photo Credits: ANI)

मुंबई: देश में 3 मई तक लागू लॉकडाउन (lockdown) के चलते पूरा देश खाने पीने की चीजों को लेकर परेशान है. क्योंकि लोगों के पास काम ना होने के चलते लोग अपने घरों में में ही बैठे हैं. इस बीच महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) ने गरीबी रेखा से ऊपर के लोगों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने 3 करोड़ केशरिया राशन कार्ड धारक जो गरीबी रेखा के ऊपर हैं उन्हें 8 रुपये प्रति किलो की दर से 3 किलो गेहूं और 12 रुपये प्रति किलो की दर से 2 किलो चावल बांटने को लेकर ऐलान किया है. सरकार यह राशन मई और जून महीने  इस ख़ास वर्ग के लिए देगी. इसके तहत लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन अनाज वितरित किया जाएगा.

उद्धव सरकार की तरफ से गरीबी रेखा के नीचे के लोगों को पहले से मुफ्त में राशन मिल रहा है. ऐसे में गरीबी रेखा के ऊपर वर्ग के लोगों के लिए यह ऐलान एक तरह से राहता भरी खबर हैं. क्योंकि उनके पास काम नहीं है. ऐसे में यदि उन्हें दो टाइम का राशन सरकार की तरफ से कम दर पर मिलेगा तो यह उनके लिए काफी फायदेमंद रहेगा.  क्योंकि पिछले एक महीने से घर में बैठने से उनके पास जो पैसे थे वह खत्म हो गए हैं. अब उनके पास खाने के लिए कुछ भी बचा नहीं हैं. यह भी पढ़े: कोरोना का प्रकोप: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 778 केस, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 6427 हुई

हालांकि उद्धव सरकार की तरफ से लगातार गरीब और मध्य्यम वर्ग के लोगों के लिए  कहा जा रहा है. वे इस महामारी से लड़ने को लेकर वे सिर्फ लॉकडाउन का पालन करे. बाकी उन्हें इस बात कि चिंता करने की जरूरत नहीं है कि उन्हें खाना कहा से मिलेगा. इसकी जिम्मेदारी महाराष्ट्र की है. महाराष्ट्र सरकार राज्य के एक भी नागरिक को भूखा सोने नहीं लेगी.

बता दें कि महाराष्ट्र इस महामारी लेकर सबसे ज्यादा परेशान है. राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 394 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 6,817 तक पहुंच गई है. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को 18 लोगों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 301 पहुंच गई है.