इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली. उन्होंने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने का वादा करते हुए कहा कि आगामी एक साल में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी. मुख्यमंत्री चौहान ने गणतंत्र दिवस समारोह में कहा, "अभी हमने तय किया था कि प्रति माह एक लाख लोगों को रोजगार देंगे. दो महीने में ही 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर आयोजित रोजगार मेले में पांच लाख 26 हजार लोगों को रोजगार के लिए ऋण मिला."
चौहान ने सरकारी नौकरी की दिशा में जारी प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, पिछले एक साल में सरकारी नौकरियों में 44 हजार भर्तियां की हैं. भर्ती का यह अभियान जारी रहेगा. अगले साल तक एक लाख युवाओं को शासकीय सेवा में लिया जाएगा, लेकिन सभी को शासकीय नौकरियां नहीं दी जा सकतीं, इसलिए हम निजी क्षेत्र में भी अवसर बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं. यह भी पढ़ें: MP: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान पहुंचे खेतों में, किसानों के नुकसान की भरपाई का किया वादा
राज्य सरकार द्वारा किसानों हितैषी कोशिश जारी रहने का वादा करते हुए उन्होंने कहा, "पिछले 22 महीनों में लगभग एक लाख 48 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाले जा चुके हैं. पिछले साल की फसल बीमा योजना का पैसा जल्द ही किसानों के खातों में हम डालने वाले हैं. गरीब तबके के लिए जारी प्रयासों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, हमारा संकल्प है कि प्रदेश के हर नागरिक, विशेषकर मेरे गरीब भाई-बहनों को रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई-लिखाई, दवाई और रोजगार के संसाधन अवश्य उपलब्ध हों. ईश्वर द्वारा प्रदत्त संसाधनों पर हम सभी का बराबरी का अधिकार है."
उन्होंने आगे कहा, "अपना मकान हर गरीब का हक है। हमने अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में 28 लाख मकान बनाए हैं. अभी शहरी क्षेत्रों में पांच लाख मकान बन रहे हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत मध्यप्रदेश में 2 करोड़ 60 लाख हितग्राहियों के कार्ड बनाए जा चुके हैं. ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से हमारी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं. इसके लिए हमारा प्रयास जारी रहेगा. आजीविका मिशन से करीब 40 लाख बहनें जुड़ चुकी हैं. स्व-सहायता समूह के माध्यम से भी हमारी बहनें इतिहास रच रही है."
राज्य की लाड़ली लक्ष्मी योजना देश और दुनिया में सुर्खियां बनी हैं. इसी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत प्रदेश की 41 लाख बेटियां लाड़ली लक्ष्मी बन चुकी हैं. वहीं वर्ष 2012 में जहां लिंगानुपात प्रति हजार बेटों पर 914 बेटियों का था, वह अब 956 हो चुका है.