नई दिल्ली. बॉर्डर पर भारत और चीन के साथ जारी तनाव खत्म नहीं हुआ है. चीन के साथ जारी तनाव के बीच जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आई एलपीजी गैस (LPG Gas) को दो महीने के लिए स्टॉक करने की एक खबर ने कई सारी अटकलों को जन्म दे दिया. इस खबर को लेकर तरह-तरह के दावे किये जाने लगे. दरअसल कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाने से पहले भी केंद्र सरकार ने ऐसी तैयारियां की थी यह कहकर लोग अपना तर्क लगाने लगे. इन सब अटकलों के बीच सरकार की तरफ से एक बयान सामने आया है.
कश्मीर में दो महीने के लिए एलपीजी गैस का स्टॉक करने की खबरों पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के विभाग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. कुछ लोग बेवजह अफवा फैला रहे हैं. विभाग की तरफ से आगे कहा गया कि मानसून के मद्देनजर यह आदेश दिया गया है. यह भी पढ़ें-धारा 370 हटते ही जम्मू-कश्मीर में बही विकास की बयार, केंद्र की 85 जनकल्याणकारी योजनाएं की गई शुरु
विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग-44 रामबन-जवाहर टनल के बीच सड़क मार्ग पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है. यही कारण है कि मौजूदा समय में हम कश्मीर में एहतियातन करीब एक महीने का भंडार रखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि एलपीजी कंपनियों को लगभग दो महीने का स्टॉक रखने पर विचार करने के लिए हमने कहा है ताकि आनेवाले तीन महीने तक बारिश या अन्य कारणों के चलते अगर राजमार्ग बंद होता है तो लोगों को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े.