कोलकाता, 24 जनवरी : इस साल लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के इरादे को एक बार फिर स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने इस बारे में अपना मन बना लिया है क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व ने विपक्षी गुट इंडिया ब्लॉक में उनके सभी प्रस्ताव खारिज कर दिए हैं. बर्दवान में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में भाग लेने से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा के कार्यक्रम के बारे में उन्हें सूचित नहीं करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा, “गठबंधन के लिए, मुझे पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा के कार्यक्रम के बारे में सूचित किया जा सकता था. लेकिन मुझे कुछ भी नहीं बताया गया.''
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 300 सीटों पर चुनाव लड़ने और बाकी सीटें अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के लिए छोड़ने का प्रस्ताव दिया गया था. उन्होंने कहा, ''अब हम क्षेत्रीय दल लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद ही आगे का फैसला लेंगे. क्षेत्रीय दल एकजुट रहेंगे.'' पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के हालिया संकेत मुख्यमंत्री ने 19 जनवरी को पार्टी की प्रशासनिक समीक्षा बैठक में तृणमूल कांग्रेस की एक संगठनात्मक बैठक में दिए थे, जब उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी सभी 42 लोकसभा सीटों से उम्मीदवार उतारने के लिए तैयार है. यह भी पढ़ें : कुछ न कुछ रास्ता निकाला जाएगा, ममता बनर्जी के बिना INDIA गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते: जयराम रमेश
इस बीच, पश्चिम बंगाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पांच बार के लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ अपने हमले जारी रखे हैं. चौधरी ने आगामी लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी को उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती भी दे डाली. सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो सदस्य और पश्चिम बंगाल में पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम को पश्चिम बंगाल से गुजरने वाली न्याय यात्रा रैली में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.