मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर पर बनी फिल्म ‘भगवा आतंकवाद भ्रमजाल' की स्क्रीनिंग पुलिस ने रुकवा दी है. सोमवार 6 मई को समझौता एक्सप्रेस, मालेगांव, अजमेर दरगार और मक्का-मस्जिद विस्फोट पर बनी शॉर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग शिवाजी नगर स्थित होटल शिराज में मीडिया को दिखाई जा रही थी. इस फिल्म में दिखाया गया है कि उन्हें कांग्रेस ने फंसाया गया है. फिल्म में प्रज्ञा ठाकुर और स्वामी असीमानंद को पुलिस हिरासत में दिखाया गया. फिल्म में कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि उस वक्त केंद्र में रही कांग्रेस सरकार ने प्रज्ञा पर आतंक का झूठा आरोप लगाकर उन्हें बहुत सताया गया.
चुनाव आयोग ने पहले शॉर्ट फिल्म के स्क्रीनिंग की परमिशन दी थी, लेकिन कांग्रेस की शिकायत के बाद इसे EC ने खारिज कर दिया. पुलिस जब फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवाने पहुंची तब तक फिल्म का आधे से ज्यादा हिस्सा दिखाया जा चुका था. पूरी फिल्म में उस समय केंद्र में रही कांग्रेस सरकार पर आतंकवाद की फर्जी कहानी गढ़ने का आरोप लगाया गया है. लेकिन प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर पाने की बात भी दिखाई गई है.
फिल्म की स्क्रीनिंग का ऐलान सामाजिक संस्था भारत विचार मंच (बीवीएम) ने किया था. आपको बता दें कि 2008 मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा फिलहाल जमानत पर बाहर हैं और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.