छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में करारी हार के बाद अब बीजेपी कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है. यही कारण है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के सभी दस मौजूदा सांसदों का टिकट काटने का फैसला किया है. इस बार केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी आम चुनाव के लिए यहां उम्मीदवारों को लेकर विचार विमर्श किया. छतीसगढ़ प्रभारी बीजेपी नेता अनिल जैन ने कहा हमने नये उम्मीदवारों और नये उत्साह के साथ चुनाव लड़ने का निर्णय किया है. उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपना आधार खोया है जिसे इस बार पाने की कोशिश करेंगे.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राजनांदगांव से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. अगर पार्टी ऐसा फैसला करती है तो इस फैसले का मतलब है कि केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साई और सात बार के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश बैस को चुनावों में नहीं उतारा जाएगा. वहीं सूत्रों के की माने तो इन सभी फैसले और एक-एक सीट पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मंथन कर रहे हैं.
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Chhattisgarh BJP in-charge & National General Secretary Anil Jain: BJP will change all 11 sitting MPs in this election, CEC has approved it. (file pic) pic.twitter.com/aOGDtjZkQV
— ANI (@ANI) March 19, 2019
गौरतलब हो कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 68 सीटें जीती थी. राज्य में 15 साल शासन कर चुकी बीजेपी को 15 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. दोनों दलों की वोट हिस्सेदारी में 10 प्रतिशत का अंतर था. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इस पर भी विचार कर रही है कि मौजूदा सांसदों के परिवार के भी किसी सदस्य चुनाव में नहीं उतारा जाए. पार्टी ने यह मानदंड अपनाया तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की संभावित उम्मीदवारी भी सवालों के घेरे में आ जाएगी, क्योंकि उनके पुत्र अभिषेक सिंह वर्तमान सांसद हैं.