लॉकडाउन: पूर्वी दिल्ली में शराब की सभी दुकानों को पुलिस ने करवाया बंद करवाया, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा था पालन
कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है. कोविड-19 के चलते देश में लॉकडाउन को बढाकर 17 मई तक किया गया है. यह तीसरी बार है जब लॉकडाउन को बढ़ाया गया है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस बात कुछ छूट जरूर दी है. इसी के तहत सोमवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में शराब की दुकाने खुली. लेकिन इस दौरान अमूमन सभी जगहों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली.
नई दिल्ली. कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है. कोविड-19 (COVID-19) के चलते देश में लॉकडाउन (Lockdown in India) को बढाकर 17 मई तक किया गया है. यह तीसरी बार है जब लॉकडाउन को बढ़ाया गया है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस बात कुछ छूट जरूर दी है. इसी के तहत सोमवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में शराब की दुकाने (Liquor Shops) खुली. लेकिन इस दौरान अमूमन सभी जगहों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. इसी बीच पूर्वी दिल्ली (East Delhi) की सभी शराब की दुकानें जो आज खोली गई थीं, उन्हें पुलिस ने बंद करवाया है. दरअसल इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के नियमों का सही से पालन नहीं कर रहे थे.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार (ईस्टर्न रेंज) ने कहा कि पूर्वी दिल्ली की सभी शराब की दुकानें जो आज खोली गई थीं, उन्हें बंद कर दिया गया है.क्योंकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी कर रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में लगभग 150 राज्य संचालित शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. यह भी पढ़े-Lockdown 3.0: देश के कई हिस्सों में खुली शराब की दुकानें, उमड़ी भारी भीड़, देखें वीडियो
ANI का ट्वीट-
ज्ञात हो इससे पहले राजधानी दिल्ली में सोमवार को शराब की दुकानें खुलने के बाद लंबी कतारें लग गई थी. साथ ही भारी भीड़ के चलते पुलिस कर्मियों को नियंत्रित करने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. दिल्ली में शराब की दुकानों के खुलते ही बुराड़ी, मयूर विहार, गांधी विहार, रोहिणी और जनकपुरी सहित कई इलाकों में भारी भीड़ देखने को मिली है.
गौर हो कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 4 हजार 549 पहुंच गया है. इसके साथ ही 64 लोगों की मौत इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने से हुई है. जबकि 1 हजार 379 लोग ठीक होकर अस्पताल से घर चले गए हैं.