कोरोना वायरस के प्रकोप पर विराम लगाने के लिए देश में लॉकडाउन 2.0 लगा दिया गया है. पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद राज्य की सरकारें एक्टिव हो गई हैं. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि M.P. के कई मजदूर बाहर के राज्यों में फंसे हुए हैं. उन मजदूरों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए हमने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को आवास और भोजन की व्यवस्था करने के लिए बात की है. इतना ही नहीं दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की आवश्यकता को पूरी करने के लिए उनके खाते में 1000 रुपए डालेंगे. वो जहां हैं वहां से ये पैसा निकाल पाएंगे. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है को उनके क्षेत्र के फंसे हुए मजदूरों की तत्काल सूचि बनाकर C.M. कार्यालय और कलेक्टर को भिजवाएं. जैसे-जैसे उनका अकाउंट नंबर, कॉन्टेक्ट नंबर आएगा हम तत्काल उनके खाते में पैसे डालते जाएंगे.
CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में जितने राशन कार्ड धारी हैं उनको इस महीने से हम दो-दो महीने का राशन निःशुल्क देने की तैयारी कर रहे हैं. इसके साथ ही प्रतिव्यक्ति 5किलो चावल या गेहूं और 1 किलो दाल दिए जाएंगे. जिनके पास राशन कार्ड नहीं है वो भी अगर कहीं फंसे हैं तो उनके लिए भी राशन की व्यवस्था की जाएगी. इस दौरान इसमें शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर की जनता से न घबराने की अपील कि है.
Many workers of MP are stuck in other states.They couldn't return when lockdown was extended.We talked to other CMs to make arrangements for their food&shelter. We've decided to transfer Rs 1000 in accounts of such workers. They'll be able to withdraw it wherever they are: MP CM pic.twitter.com/sQbf7rhuTY
— ANI (@ANI) April 15, 2020
गौरतलब पीएम मोदी के ऐलान के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुसार प्रदेश में तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की बात करते हुए कहा है, प्रधानमंत्री ने पूरे देश का मार्गदर्शन किया है. देश और मध्यप्रदेश कोरोना वायरस महामारी को हराने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करेगा.