कर्नाटक (Karnataka) में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा करीब एक हफ्ते के इंतजार के बाद हो तो गया. लेकिन उसके बाद एक नया मुख्यमंत्री येदियुरप्पा (Chief Minister BS Yediyurappa) को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. दरअसल राजभवन की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया था कि राज्यपाल वजुभाई वाला ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की सलाह पर गोविंद करजोले, सी.एन. अश्वथ नारायण और लक्ष्मण सवादी को उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Ministers) के रूप में नियुक्त किया है. इनमे लक्ष्मण सवादी (Laxman Savadi) के नाम पर सियासी गहमागहमी तजे होती जा रही है. क्योंकि लक्ष्मण सावदी वही हैं जो 2012 में विधानसभा में ही पोर्न वीडियो देखते हुए पाए गए थे.
लक्ष्मण सवादी के उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सवाल किसी और ने नहीं बल्कि बीजेपी के ही विधायक रेणुकाचार्य ने ही उठाया है. रेणुकाचार्य कई मौजूदा विधायकों की अनदेखी करते हुए पूर्व विधायक लक्ष्मण सावदी का मंत्री बनाए जाने से नाराज बताए जाते हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें (लक्ष्मण सावदी) चुनाव हारने के बावजूद मंत्री के रूप में शामिल करने की क्या आवश्यकता थी. लक्ष्मण सावदी बीते साल महेश कुमाटटल्ली से चुनाव हार गए थे.
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नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश में येदियुरप्पा
गौरतलब हो को कि कर्नाटक कैबिनेट का विस्तार कर 17 मंत्रियों के शामिल किए जाने के एक दिन बाद भी मंत्री नहीं बन पाए कई विधायकों की नाराजगी समाप्त नहीं हो रही है और मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं. कैबिनेट के विस्तार के साथ ही करीब एक महीने से चला आ रहा इंतजार भी समाप्त हो गया लेकिन इससे पार्टी के एक हिस्से में कुछ नाराजगी भी पैदा हुई और कई विधायकों ने मंत्री नहीं बनने पर अपनी नाराजगी जाहिर कीं येदियुरप्पा ने नाराज विधायकों, खास तौर पर हुक्केरी से आठ बार के विधायक उमेश कट्टी से संपर्क करने की कोशिश कीं. उन्होंने कहा कि मैं इसका समाधान खोजने की कोशिश करूंगा.