Land For Jobs Scam: तेजस्वी यादव आज ED के सामने हो सकते हैं पेश, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में होनी है पूछताछ
Tejashwi Yadav (Photo: PTI)

Land For Jobs Scam: बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)  रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हो सकते हैं. इससे पहले ईडी ने तेजस्वी यादव को उनके पिता और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव और परिवार के अन्य सदस्यों से जुड़े नौकरी के लिए जमीन के कथित मामले में समन भेज मंगलवार को तलब किया है. ईडी ने इससे पहले तेजस्वी की बहन और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती से पूछताछ कर चुकी है.

ईडी ने मार्च में दावा किया था कि एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, 1,900 डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज दिल्ली, मुंबई, पटना और रांची में 24 स्थानों पर विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर की गई छापेमारी के दौरान बरामद किए गए थे. यह भी पढ़े: Land for Jobs Scam: राबड़ी देवी के बाद आज लालू यादव की बारी, CBI करेगी पूछताछ

ईडी ने कहा था कि उन्होंने 'अपराध की आय' में लगभग 600 करोड़ रुपये का पता लगाया था, जो 350 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के रूप में थे और 250 करोड़ रुपये के लेन-देन विभिन्न बेनामीदारों के माध्यम से किए गए थे.

ईडी ने आरोप लगाया कि अब तक की गई पीएमएलए जांच से पता चला है कि लालू प्रसाद के परिवार द्वारा रेलवे में नौकरी दिलाने के एवज में पटना और अन्य क्षेत्रों में प्रमुख स्थानों पर कई जमीनों का अवैध रूप से अधिग्रहण किया गया था। इन भूमि पार्सलों का वर्तमान बाजार मूल्य 200 करोड़ रुपये से अधिक है और इन भूमियों के लिए कई बेनामीदारों, फर्जी संस्थाओं और लाभकारी मालिकों की पहचान की गई है.

ईडी ने कहा, "डी-1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, दिल्ली में स्थित एक संपत्ति (4 मंजिला बंगला, ए.बी. एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से पंजीकृत, एक कंपनी जिसका स्वामित्व और नियंत्रण तेजस्वी प्रसाद यादव और परिवार के पास है) है। ईडी ने दावा किया कि इसकी कीमत महज चार लाख रुपये बताई गई है, जबकि मौजूदा बाजार कीमत करीब 150 करोड़ रुपये है.

ईडी ने कहा कि उनकी जांच में पाया गया है कि लालू यादव के परिवार द्वारा गरीब ग्रुप-डी आवेदकों से महज 7.5 लाख रुपये में अधिग्रहीत भूमि के 4 पार्सल राबड़ी देवी द्वारा राजद के पूर्व विधायक सैयद अबू दोजाना को 3.5 करोड़ रुपये में बड़े लाभ के साथ बेचे गए थे.

ईडी ने कहा कि जांच से यह भी पता चला है कि इस प्रकार प्राप्त राशि का एक बड़ा हिस्सा तेजस्वी प्रसाद के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया था.