Land for Jobs Scam: राबड़ी देवी के बाद आज लालू यादव की बारी, CBI करेगी पूछताछ
लालू यादव (Photo Credits: Facebook)

नई दिल्ली: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के बाद CBI आज लालू यादव से पूछताछ करेगी. ये पूछताछ IRCTC घोटाला यानी लैंड फॉर जॉब स्कैम के सिलसिले में होगी. लालू यादव अभी दिल्ली में हैं. ऐसे में उनके दिल्ली स्थिति आवास पर पूछताछ होगी. इससे पहले सीबीआई ने सोमवार को पटना में राबड़ी देवी से चार घंटे तक पूछताछ की थी. CBI Questions Rabri Devi: 4 घंटे तक CBI पूछताछ के बाद बोली राबड़ी देवी, हमारे यहां ये सब चलता रहता है. 

सीबीआई सोमवार को पूर्व रेल मंत्री लालू यादव (Lalu Yadav) और अन्य से जुड़े जमीन के बदले नौकरी घोटाले में आगे की जांच के लिए बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर पहुंची. एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि यह दौरा किसी छापे या तलाशी के लिए नहीं था, बल्कि घोटाले के सिलसिले में पूर्व मंत्री से पूछताछ करने के लिए था.

सीबीआई ने कहा, हम मामले की जांच कर रहे हैं. राबड़ी देवी, लालू प्रसाद और अन्य को दिल्ली की राउज एवेन्यू जिला अदालत ने 15 मार्च को तलब किया है. सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव सहित मामले में 16 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.

केंद्र पर तेजस्वी यादव का निशाना

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पहुंचने और पूछताछ करने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिलसिला 2024 तक यह सिलसिला जारी रहेगा. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई केंद्र में मंत्री हो या बिहार का मंत्री हो क्या कोई नौकरी दे सकता है क्या. उन्होंने कहा कि जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे तब रेलवे को काफी मुनाफा हुआ था. जब कोई गलती हुई ही नहीं है तो इसमें चिंता करने की क्या बात है.

क्या है पूरा मामला

सीबीआई ने तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों और 15 अन्य लोगों के खिलाफ अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित मामला दर्ज किया. अधिकारी ने कहा, '2004-2009 के बीच, यादव ने रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप 'डी' पद पर नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन-जायदाद के हस्तांतरण के रूप में आर्थिक लाभ प्राप्त किया था.'

पटना के कई निवासियों ने खुद या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से यादव के परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी को अपनी जमीन बेच दी और उपहार में दे दी. जोनल रेलवे में ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, फिर भी जो पटना के निवासी थे, उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था.

चार्जशीट में कहा गया है, उम्मीदवारों ने गलत टीसी का इस्तेमाल किया था और रेल मंत्रालय को झूठे प्रमाणित दस्तावेज जमा किए थे. यह भी सामने आया कि लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी हेमा यादव को नौकरी चाहने वालों द्वारा जमीन के बदले नौकरी घोटाले के संबंध में जमीन उपहार में दी गई थी, जिन्हें बाद में रेलवे में नियुक्त किया गया था.