श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) ने सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए फैलाई जाने वाली अफवाहों पर लगाम कसने के लिए अहम फैसला लिया है. नवगठित केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस ने लेह और कारगिल जिलों में रहने वाले लोगों से व्हाट्सऐप ग्रुप को रजिस्टर्ड कराने की अपील की है. सभी लोगों को संबंधित पुलिस स्टेशनों में व्हाट्सऐप ग्रुप (WhatsApp Group) का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.
पुलिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि इन दिनों लोग सोशल मीडिया का उपयोग अपने स्वार्थ / व्यक्तिगत लाभ के मुताबिक भड़काने के लिए कर रहे है. ऐसे लोग ऑडियो, वीडियो क्लिपों की मदद से लोगों को उकसाते है, जिससे लोगों में नफरत और भय का माहौल पैदा होता है. नववर्ष की पूर्वसंध्या पर भारतीयों ने व्हाट्सएप पर भेजे 20 अरब मैसेज
Whats App groups admin across Ladakh are directed to register their groups with their respective Police Station. pic.twitter.com/76zySbBcTY
— LADAKH 🌎 TIMES (@LadakhTimes) January 7, 2020
शांतिपूर्ण वातावरण के माहौल को खराब करने वाले ऐसे लोगों को पुलिस ने चेतावनी भी दी है. स्थानीय पुलिस ऐसे सोशल मीडिया यूजर्स पर नजर रख रही है. और दोषी पाएं जाने पर उनके खिलाफ कानून के संबंधित धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा, व्हाट्सएप ग्रुपों का रजिस्ट्रेशन करवाने के समय पुलिस थानों में पासपोर्ट आकार की फोटो भी देने की बात कहीं गई है.
बता दें कि लेह बौद्ध बहुल और करगिल मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग करने और दोनों क्षेत्रों को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के केंद्र के फैसले के बाद लेह में जश्न का माहौल रहा जबकि करगिल में विरोध के स्वर देखने को मिले थे. धर्म, भाषा और क्षेत्र के आधार पर जम्मू कश्मीर से बांटे जाने के बात कहकर स्थानीय नेताओं ने विरोध भी किया.