लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी (BJP) की जीत का जश्न मनाने वाले कुशीनगर (Kushinagar) के युवक बाबर अली (Babar Ali) की हत्या के मामले में सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. डीआईजी गोरखपुर जे रविंदर गौड़ (Gorakhpur DIG J Ravinder Gaud) ने बीती रात पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया. जबकि डीआईजी के निर्देश पर रामकोला थाने के प्रभारी के बाद अब बीट उपनिरीक्षक और बीट पुलिस अधिकारी को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है. UP: बीजेपी की जीत का जश्न मनाने वाले बाबर अली की हत्या, CM योगी ने अधिकारियों को दिए जांच के आदेश
बीजेपी के चुनाव प्रचार में भाग लेने और उसकी जीत का जश्न मनाने के कारण 25 वर्षीय मुस्लिम युवक बाबर को उसके ही समुदाय के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर मौत के घाट उतार दिया गया. 20 मार्च को कथारगढ़ी में बाबर अली की पड़ोसियों ने पिटाई कर दी थी, जिस वजह से 25 मार्च को लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मृतक के भाई चंदे आलम का आरोप है कि पूरा मोहल्ला पिछले चार महीने से उसके भाई को धमकी दे रहा था क्योंकि वह बीजेपी के लिए प्रचार कर रहा था और वे उस पर समाजवादी पार्टी के लिए वोट करने का दबाव बना रहे थे. आलम ने कहा कि बाबर ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया था. उन्होंने दावा किया कि बाबर लगातार थाने जा रहा था और तमाम अधिकारियों से संपर्क में था, लेकिन किसी ने उसे सुरक्षा मुहैया नहीं कराया और अंत में उसे पीट-पीटकर मार डाला गया.
UP| Gorakhpur DIG J Ravinder Gaud reaches Kushinagar to meet kin of Muslim youth killed for celebrating BJP's victory in the Assembly elections
"4 accused arrested; family is naming another accused, will probe further. Protection to be given to kin. PS incharge removed," he says pic.twitter.com/16HBzupQvZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 29, 2022
वहीं, मृतक की मां जैबुनिसा ने भी बीजेपी के लिए प्रचार करने से नाराज पड़ोसियों द्वारा बेटे बाबर की हत्या का आरोप लगाया है. हालांकि पुलिस का कहना है कि बाबर और उसके पड़ोसी के परिवार में नाले को लेकर विवाद चल रहा था.
अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह के अनुसार, मृतक का परिवार और पड़ोसी परिवार रिश्तेदार हैं. उनका जल निकासी पर विवाद था और उन्हें शांति से रहने को कहा गया था. अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की पत्नी फातिमा खातून की शिकायत पर पुलिस ने अजीमुल्ला, आरिफ, सलमा और ताहिद के खिलाफ 21 मार्च को केस दर्ज किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, 20 मार्च को बाबर के पड़ोसियों ने उसे उसके घर में घेरकर डंडे से पीटना शुरू कर दिया और जब वह खुद को बचाने के लिए छत पर चढ़ गया तो उन्होंने उसे वहां से नीचे फेंक दिया. उसे गंभीर हालत में रामकोला सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से जिला अस्पताल और फिर लखनऊ रेफर कर दिया गया. लखनऊ में इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया है.