कुलभूषण जाधव केस पर ICJ में पाकिस्तान ने भारत पर लगाई झूठे आरोपों की झड़ी, बताया पेशावर हमले का दोषी
ICJ में पाकिस्तान पेश कर रहा है दलीलें (Photo Credit-ANI)

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव (Kulbhushan Jadhav) के मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में चार दिवसीय सार्वजनिक सुनवाई का आज दूसरा दिन है. सोमवार को शुरू हुई यह सुनवाई 21 फरवरी तक चलेगी. मामले में भारत ने सोमवार को अपना पक्ष रखा था. भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि पाकिस्तान इस मामले में उचित प्रक्रिया के न्यूनतम मानकों को भी पूरा करने में असफल रहा है. भारत ने यह भी अपील की कि इंटरनेशनल कोर्ट पाकिस्तान के फैसले को गैरकानूनी घोषित करे. अब इस मामले में मंगलवार को पाकिस्तान अपना पक्ष रख रहा है. कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान ने कहा कि ICJ में जाधव को लेकर जो प्रमुख सवाल पूछे थे, भारत ने उन सवालों के जवाब नहीं दिए.

पाकिस्तान की तरफ से अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान दलीलें पेश कर रहे हैं. ICJ में पाक की तरफ से कहा गया कि कुलभूषण जाधव भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ के ऑफिसर हैं. वह भारत के आदेश पर बलूचिस्तान में आतंकी हमला करने पहुंचे थे. पाक की तरफ से यह कहा गया कि यह बात खुद जाधव ने स्वीकार की है. यह भी पढ़ें- पाकिस्तान के मुंह पर तमाचा, ICJ में सुनवाई के दौरान भारतीय अधिकारी ने नहीं मिलाया पाकिस्तानी अटॉर्नी जनरल से हाथ

अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने आईसीजे में कहा कि भारत हमेशा पाकिस्तान को नीचा दिखाने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा कि भारत इसके लिए अपने पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है. मंसूर खान ने आगे कहा कि भारत बेहद क्रूर है मैं खुद उसकी क्रूरता का शिकार हो चुका हूं. पाकिस्तान के युवा आर्मी ऑफिसर रहते हुए मैं युद्ध बंदी के तौर पर रह चुका हूं. खान ने आगे कहा कि भारत हमेशा जेनेवा कंवेंशन का उल्लंघन करता है. इतना ही नहीं झूठ की इस कतार में मंसूर खान ने पेशावर हमले को लेकर भी भारत पर आरोप लगाए. खान ने कहा कि 2014 में पेशावर स्कूल में हुए हमले में 140 बच्चे खो दिए थे. इस हमले को भारत ने अफगानिस्तान के जरिए प्रायोजित किया था.

भारत पर लगातार झूठे आरोप लगाते हुए खान ने कहा कि भारत ने बाहरी लोगों के साथ मिलकर लगातार पाकिस्तान में अशांति फैलाने का काम किया है. खान ने कहा कि पाकिस्तान का रवैया हमेशा नरम रहा है. हमने कुलभूषण जाधव के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति दी. खान ने कहा कि मैं भारत से पूछना चाहता हूं कि क्या उसने कभी किसी गिरफ्तार जासूस के साथ ऐसा रवैया रखा है.