किन्नौर: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) में बुधवार दोपहर को बड़ा हादसा हुआ. यहां लैंडस्लाइड होने के कारण कई वाहन मलबे में दब गए. इस भीषण हादसे में गुरुवार सुबह तक 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. वहीं घायल लोगों को इलाज के लिए सीएचसी-भवानगर रेफर किया गया है. लोगों को बचाने का कार्य जारी है, लेकिन पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण इसमें बाधा आ रही है. गुरुवार को भी कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है, क्योंकि पहाड़ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं.
ITBP ने बताया, ऊपर से आ रहे पत्थरों की वजह से पिछले एक घंटे से बचाव और तलाशी अभियान रुका हुआ है. कल से अब तक कुल 13 शव निकाले जा चुके हैं. बता दें कि ITBP समेत एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, पुलिस की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है.
राहत और बचाव कार्य में बाधा
Kinnaur landslide | Rescue and search operation stopped for the last one hour due to shooting stones coming from uphill. Total 13 dead bodies have been retrieved since yesterday: ITBP#HimachalPradesh pic.twitter.com/x7cAdclacC
— ANI (@ANI) August 12, 2021
रेस्क्यू ऑपरेशन गुरुवार सुबह 6 बजे फिर से शुरू किया गया था. अधिकारियों ने बुधवार रात करीब 10 बजे तलाश अभियान स्थगित कर दिया था. गुरुवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) की बस के अवशेष मिल गए हैं. यह बस भूस्खलन के मलबे में दबी हुई थी.
इससे पहले बुधवार को मलबे से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त ऑल्टो कार बरामद की गई लेकिन कार के अंदर कोई नहीं मिला. बुधवार को भूस्खलन की चपेट में कई वाहन आ गए थे.
गुरुवार सुबह तक 13 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 14 घायलों को बाहर निकाला गया है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अन्य लोगों की तलाश जारी है. हादसे में करीब 50- 60 लोगों के दबे होने की आशंका है.
भूस्खलन की यह घटना हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले में रिकांगपियो-शिमला राजमार्ग पर बुधवार दोपहर लगभग 12.45 बजे हुई थी. एक ट्रक, एक एचआरटीसी बस और कुछ वाहन मलबे में दब गए.