मांड्या, 9 सितंबर : कर्नाटक (Karnataka) के मांड्या जिले के मद्दुर तालुका में 7 सितंबर को गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुए पथराव और हिंसक झड़पों के बाद तनाव बना हुआ है. इस घटना में छह लोग घायल हो गए थे. इसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जिला इकाई ने मंगलवार को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक बंद का आह्वान किया है.
भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्रेश ने कार्यकर्ताओं को मद्दुर में 'बंद' सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने जनता, व्यापारियों और संगठनों से 'बंद' में सहयोग करने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने 'बंद' को सरकार के लिए चेतावनी करार बताया. भाजपा के सहयोगी दल जनता दल (सेक्युलर) ने भी बंद का समर्थन किया है. पूर्व विधायक डीसी थम्मन्ना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी से निष्पक्ष तरीके से 'बंद' में भाग लेने का अनुरोध किया. यह भी पढ़ें : Vice President Election 2025: एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने राम मंदिर के किए दर्शन, भाजपा की जीत का दावा
मंगलवार को सुबह-सुबह बंद के चलते मद्दुर शहर पूरी तरह ठप नजर आया. मुख्य सड़कें सुनसान हैं, और जरूरी वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं. मस्जिदों और प्रमुख चौराहों पर पुलिस हाई अलर्ट पर है, और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
बता दें कि मद्दुर में हुई घटना के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया है. केंद्रीय उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मद्दुर की घटना को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था. कुमारस्वामी ने कहा, "हमारे जिले और पूरे राज्य में इतनी बड़ी घटना घटने का मुख्य कारण कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का आचरण है. कांग्रेस की सरकार में ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि हिंदू आहत हैं. हर दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं."
इधर, मैसूर में हिंदू जागरण और दूसरे संगठनों की ओर से प्रस्तावित 'चामुंडी चलो' अभियान को लेकर स्थिति तनावपूर्ण है. पुलिस ने चामुंडी हिल्स की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर नाकेबंदी कर दी है. इसके कारण सांगोली रायन्ना सर्कल में 300 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. डीसीपी बिंदु मणि ने घटनास्थल का दौरा किया. प्रदर्शनकारियों के पहुंचते ही उन्हें हिरासत में लेने की संभावना है, और इसके लिए अतिरिक्त पुलिस वाहन तैनात किए गए हैं.













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