बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) में बाढ़ (Flood) के हालात की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सहित तमाम अधिकारी भी मौजूद थे. सूबे के 17 जिलों के 80 तालुकों भीषण बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 30 के पार हो गई है जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री ने बेलगावी जिले में बाढ़ की स्थिति का आकलन किया. ज्यादातर तालुक बेलगावी जिले के हैं जिस पर बाढ़ का प्रकोप सबसे अधिक है. एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सबसे ज्यादा प्रभावित बेलगावी और बागलकोट जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था. सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं.
सभी प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में जान-माल के नुकसान, मवेशियों के मारे जाने और फसलों के नुकसान का अनुमान है. मुसीबत में पड़े लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और सशस्त्र बलों की कई टीमें लगाई गई है. अब तक 3.14 लाख लोगों को दूसरे स्थानों में ले जाया गया है और उनमें से 2.18 लाख लोग 924 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
Union Home Minister Amit Shah today conducted an aerial survey of flood-hit areas of Belagavi district. Karnataka Chief Minister BS Yeddiurappa was also present. pic.twitter.com/pUlQSLDrZI
— ANI (@ANI) August 11, 2019
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि पिछले 45 साल में राज्य में इस तरह की आपदा नहीं हुई थी. राज्य सरकार ने राज्य में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से 6000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र से राहत के तौर पर 3000 करोड़ रुपये मांगे हैं.
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सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारी बारिश के बाद आयी बाढ़ में 21,431 मकानों और 4.16 लाख हेक्टेयर भूमि पर फसलों को नुकसान पहुंचा है. बाढ प्रभावित सभी तालुका बेलगावी, बागलकोट, रायचुर, कलबुर्गी, यादगीर, विजयपुरा, गडग, हावेरी, धावाड, शिवमोगा, चिकमंगलुरू, कोडागु, दक्षिण कन्नड़, उडूपी, उत्तरी कन्नड़ और मैसुरु जिले में आते है. हालांकि गलीमत की बात यह है कि बारिश थमने से जल स्तर में मामूली कमी आई है. लेकिन इसके बाद भी अधिकतर इलाकें अभी जलमग्न है.