बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने केंद्र सरकार (Central Government) की अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ विरोध को भड़काने के लिए कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा है. बोम्मई ने कहा, खानापुर के विधायक द्वारा दिया जा रहा धरना इस बात का सबूत है कि विरोध के पीछे कांग्रेस का हाथ है. Agnipath Scheme: वापस नहीं होगी अग्निपथ योजना, सेना ने कहा- बवाल मचाने वालों के लिए Army में कोई जगह नहींं
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बोम्मई ने कहा, "अग्निपथ एक नई योजना है. सैन्य प्रशिक्षण के लिए युवाओं को शामिल करने की प्रणाली पूरी दुनिया में प्रचलित है. अगर युवा 17-21 साल की उम्र में सैन्य प्रशिक्षण में आते हैं, तो उन्हें आगे बढ़ने के लिए कई अवसर मिलेंगे."
उन्होंने कहा कि उन्हें अर्धसैनिक बलों में शामिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा, "यह योजना एक युवा सेना और अच्छी तरह से प्रशिक्षित, फिट आबादी के लिए शुरू की गई है."
बोम्मई ने आगे कहा, "लेकिन हिंसा और आगजनी, ट्रेनों में आग लगाना अक्षम्य है. यात्रियों को असुविधा हो रही है, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट किया जा रहा है। यह राजनीति से प्रेरित कृत्य है. लोग इसे बहुत जल्द समझेंगे."
पाठ्यपुस्तक की समीक्षा के विरोध में एक सवाल के जवाब में बोम्मई ने कहा, "हम पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा और संतों के सुझावों पर खुले दिमाग से विचार करेंगे."
उन्होंने कहा, "हमने इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा नहीं बनाया है. अगर कोई आपत्ति है तो हम गलतियों को सुधारने के लिए तैयार हैं. देश और राज्य के विकास के लिए काम करने वाले दिग्गजों, ऐतिहासिक राजाओं, प्रसिद्ध साहित्यकारों के लिए हमारे मन में बहुत सम्मान है."
बोम्मई ने कहा, "उन्हें उच्च सम्मान देने से कोई समझौता नहीं होगा. हम युवा पीढ़ी को इन महान उपलब्धियों के बारे में सिखाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं." बोम्मई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के दो दिवसीय दौरे की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.