रायचूर, 27 मई: कर्नाटक सरकार ने रायचूर जिले के रेकलामराडी गांव में दूषित पानी पीने से एक बच्चे की मौत के मामले में शनिवार को एक पंचायत विकास अधिकारी (पीडीओ) को निलंबित कर दिया है. रायचूर जिला पंचायत सीईओ शशिधर कुरेरा ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर पीडीओ रेणुका को निलंबित कर दिया है. मृतक हनुमेश के पिता ईश्वरप्पा ने अपने बेटे की मौत के लिए पीडीओ रेणुका को जिम्मेदार ठहराते हुए देवदुर्गा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह भी पढ़ें: Jharkhand Shocker: पिछले दो दिनों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत
देवदुर्गा निर्वाचन क्षेत्र के जद(एस) विधायक करियम्मा नायक ने कहा कि संबंधित ग्राम पंचायतों से जानकारी एकत्र की गई है और वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेंगी. ग्रामीणों का आरोप है कि पीने के पानी की आपूर्ति करने वाले पाइप में खराबी की सूचना रेणुका को देने के बाद भी उन्होंने इसकी मरम्मत नहीं कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि सीवेज का पानी पीने के पानी में मिल गया जिससे यह घटना हुई.
दूषित पानी पीने से महिलाओं और बच्चों समेत 30 से ज्यादा लोग बीमार हो गए. घटना का खुलासा शुक्रवार को हुआ. गांव के पेयजल के सैंपल लैब भेजे गए हैं. प्रथम ²ष्टया यह स्थापित हो रहा है कि पानी पीने से ग्रामीण बीमार हुए हैं. रेकलामराडी गांव में डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई है. जरूरी चिकित्सा उपकरण, दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं और अस्थायी वैकल्पिक पेयजल व्यवस्था की गई है.
लोगों को उल्टी और लूज मोशन के लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टरों से मिलने के लिए कहा गया. ग्रामीणों को गर्म या उबला हुआ पानी ही पीने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि बेचैनी की सूचना देने वाले लोगों को रायचूर आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स), अरकेरा और देवदुर्गा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.